🟡परिजनों ने चिकित्सक व हास्पिटल प्रशासन पर लगाया गंभीर आरोप
🔴 सीएमओ ने गठित की जांच टीम
🔵 युगान्धर टाइम्स व्यूरो
कुशीनगर। जनपद के दुदही विकास खण्ड क्षेत्र मे संचालित महंथ शिवानंद हास्पिटल के चिकित्सक की लापरवाही के कारण के एक महिला की मौत हो गयी, ऐसा परिजनों का आरोप है। बताया जाता है प्रसव पीडा के चलते भर्ती हुई 22 वर्षीय शबनम की आपरेशन के दौरान चिकित्सक की लापरवाही से हालत बिगड गयी उसके बाद हास्पिटल प्रबन्धन ने आनन-फानन मे महिला को रेफर कर दिया। मेडिकल कालेज ले जाते समय रास्ते मे ही शबनम की मृत्यु हो गयी। महिला की मौत के बाद आक्रोशित परिजन महंथ शिवानंद हास्पिटल पर पहुचकर जमकर हंगामा किये। सूचना पाकर मौके पर पहुची पुलिस ने परिजनों को किसी तरह से समझा बुझाकर शान्त किया। सूत्रो की माने तो इस दौरान हास्पिटल प्रशासन की ओर से मामले को रफा दफा करने के लिए परिजनों पर लगातार मैनेज करने का दबाव बनाया जाता रहा।
बतादे कि शबनम खातून पत्नी इम्तियाज अंसारी बिहार प्रांत के भितहा थाना क्षेत्र के रूपही गांव की निवासनी थी। बताया जाता है कि बुधवार को सुबह जब शबनम को प्रसव पीड़ा हुई तो परिजन उसे दुदही के महंथ शिवानंद हास्पिटल में भर्ती कराए। परिजनों का आरोप है कि महंथ शिवानंद हास्पिटल पर अप्रशिक्षित चिकित्सकों ने ऑपरेशन किया, जिसके बाद अधिक रक्तस्राव होने से महिला की स्थिति नाजुक हो गई जिसे देख हास्पिटल प्रबन्धन ने आनन-फानन में पीडिता को रेफर कर दिया। मेडिकल कालेज लेकर जाते समय में रास्ते में शबनम की मौत हो गई। इसके बाद आक्रोशित परिजन मृतका शबनम की शव लेकर अस्पताल पहुंचे, जहा जमकर हंगामा किया। सूचना पाकर मौके पर पहुची पुलिस ने काफी मशक्कत कर परिजनों को समझा-बुझाकर शांत किया। चर्चा है कि देर रात तक हास्पिटल के लोगो ने दबाव बनाकर परिजनों को मैनेज करने मे जुटे रहे। सूत्र बताते है कि हास्पिटल संचालक मामले को मैनेज करने के लिए हर तरह के अस्त्र-शस्त्र अपनाने मे लगे रहे।।
🔴 परिजन बोलेपरिजनों ने महंथ शिवानंद हास्पिटल के संचालक व चिकित्सक पर हत्या जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि शबनम की मौत यहा के चिकित्सक व स्टाफ की लापरवाही के कारण हुई है। समय रहते चिकित्सक व स्टाफ द्वारा सही व समुचित इलाज किया गया होता तो असमय शबनम की मौत नही होती।मौके पर परिजन, हास्पिटल प्रबन्धन व चिकित्सक के खिलाफ देर रात तक कठोर कार्रवाई की मांग करते रहे।
🔴 देर रात तक चलता रहा मैनेज का खेल
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि मेडिकल कालेज ले जाते समय रास्ते में हुई पीडिता की मौत के बाद शव लेकर महंथ शिवानंद हास्पिटल पर वापस लौटे परिजनों ने जब हंगामा शुरू किया तो हास्पिटल संचालक व चिकित्सक मामले को रफा-दफा करने के लिए परिजनों को हर तरह से मैनेज करने में जुट गये। सूत्र की माने तो पच्चीस हजार रुपये से शुरू हुआ मैनेज का खेल देर रात तक लाखो मे पहुचाकर मामले को निपटाने का प्रयास किया जा रहा था।
🔴 सीएचसी पर एक सप्ताह पूर्व अंकित सूची मे नही था हास्पिटल का नाम
कहना ना होगा कि बीते दिनो जिलाधिकारी कुशीनगर महेन्द्र सिंह तंवर ने जनपद में रजिस्टर्ड प्राइवेट हास्पिटलो की सूची संबंधित सीएचसी पर अंकित करने का निर्देश दिया था। सूत्र बताते है कि डीएम के आदेश के अनुपालन मे एक सप्ताह पूर्व दुदही सीएचसी पर अंकित सूची मे सिर्फ माॅ विन्ध्यवासिनी हास्पिटल का नाम अंकित था किन्तु बुधवार की रात घटना के बाद सूची मे महंथ शिवानंद हास्पिटल का नाम भी रजिस्टर्ड सूची में अंकित होना दर्शाया गया है अब सवाल यह उठता है कि जब एक सप्ताह पूर्व महंथ शिवानंद हास्पिटल का रजिस्ट्रेशन या फिर रजिस्ट्रेशन का नवीनीकरण नही हुआ था तो फिर यह हास्पिटल संचालित कैसे हो रहा था? घटना के बाद इस हास्पिटल का नाम रजिस्टर्ड सूची में क्यो और कैसे जोडा गया यह जांच का विषय है।
🔴 सीएमओ बोले
मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. चंद्र प्रकाश का कहना है कि मीडिया के माध्यम से जैसे ही उन्हे घटना की जानकारी हुई वह तत्काल डिप्टी सीएमओ के अगुवाई मे दो टीम गठित कर मामले की जांच करने का निर्देश दिया है। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जायेगी।
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