🔴 पडरौना और बुद्धनगरी में कुकुरमुत्ते की तरह खुल रहे है मसाज सेंटर
🔴आवासीय कालोनी और संभ्रान्त जगहो पर मसाज सेंटर की आड में पाव पसार चुका है देह व्यापार कारोबार
🔴 युगान्धर टाइम्स व्यूरो
कुशीनगर। रंगीन रोशनी, कमरे में सजा हुआ बिस्तर, सिंगल व डबल बेड, महकता हुआ परफ्यूम और फुल बॉडी मसाज कर आराम का दावा करने वाले मसाज सेंटरों पर बेखौफ चल रहा है देह व्यापार का गंदा खेल। जी हां, पडरौना व बुद्धनगरी कुशीनगर में संचालित स्पा व बाडी मसाज सेंटर इन दिनों देह व्यापार के कारोबार को लेकर खासे चर्चा में है। जानकारों की माने तो इन मसाज सेंटरो के पीछे एक ऐसी काली सच्चाई छुपी है जिसे जानने के बाद पैर तले जमीन खिसक जाती है।
बतादे कि पडरौना नगर सहित बुद्ध स्थली कुशीनगर इन दिनो जिस्मफरोशी के अनैतिक कारोबार के लिए चर्चा में है। बात चाहे होटल और रेस्टोरेंटो मे खुलेआम देह व्यापार का कारोबार का हो या फिर स्पा व मसाज सेंटरो मे बाडी मसाज के नाम पर जिस्मफरोशी के अवैध व अनैतिक खेल हो, यह कारोबार धडल्ले बेखौफ संचालित किया जा रहा है। पडरौना नगर की बात करे तो नगर क्षेत्र में कुकुरमुत्ता की तरह तकरीबन एक दर्जन से अधिक स्पा व मसाज सेंटर खुला है। सूत्र बताते है कि कमोवेश सभी सेंटरो पर धडल्ले से देह व्यापार का कारोबार चल रहा है। पडरौना-कसया मार्ग पर बडी गंण्डक नहर के बगल मे स्थित माल मे स्पा मसाज सेंटर, कठकुईयां रोड पर अवस्थित माल के तीसरे माले पर लुल्लू बाडी मसाज सेंटर, बडी गंण्डक नहर के पटरी मुन्ना कालोनी, पडरौना कसया मार्ग पर छावनी से आगे एक बाइक एजेंसी के उपरी तल सहित नगर के विभिन्न क्षेत्रोंमे संचालित मसाज सेन्टरो पर खुलेआम जिस्मफरोशी का अनैतिक कारोबार फलफूल रहा है। इसी तरह से बुद्धनगरी कुशीनगर के गोपालगढ ओवरब्रिज के सामने, एनएच 28 हंसराज हास्पिटल के सामने व सपहा रोड स्थित बाडी मसाज सेंटर देह व्यापार के कारोबार को लेकर खासे चर्चा मे है। मजे की बात यह है कि इन मसाज सेंटरो पर बेखौफ हो रहे जिस्मफरोशी डर्टी कारोबार पर कार्रवाई करने बजाय जिम्मेदार धृतराष्ट्र बनकर बेपरवाह है जब कि आये दिन सूबे के अलग अलग जनपदों में स्पा व बाडी मसाज के काला सच को वहा की पुलिस उजागर कर रही है इसके बावजूद कुशीनगर का पुलिस व जिला प्रशासन हाथ पे हाथ धरे बैठी है।
🔴 मसाज सेंटर के अन्दर का काला सचमीडिया द्वारा पडरौना व कुशीनगर के मसाज सेंटरो पर किये गये स्ट्रिंग आपरेशन में मसाज सेंटर की एक महिला स्टाफ ने मसाज सेंटर का राज खोलते हुए जो बताया वह काफी चौंकाने वाला है। स्पा व मसाज सेंटरो के अंदर मसाज की आड़ में देह व्यापार का खेल चलता है। वहां अपनी शारीरिक भूख शांत करने के लिए रसूखदार ग्राहक आते हैं। सेंटर के मालिक युवतियों पर दबाव डालते है कि वो ग्राहकों के साथ हमबिस्तर होकर उन्हे खुश करे इसके बदले मे मासिक वेतन के साथ अलग से कमाई होता है।
🔴 मसाज सेंटरो में डर्टी खेल
जानकारों का कहना है कि सूबे की राजधानी लखनऊ सहित तमाम शहरो में पुलिस द्वारा स्पा व मसाज सेंटरो पर की गयी छापेमारी मे इन मसाज सेंटरो के अंदर चल रहे डर्टी खेल का खुलासा हो चुका है। मसाज सेंटरो पर पुलिस को कई ऐसे सबूत मिले हैं, जिससे पता चलता है कि वहां जिस्मफरोशी का धंधा लगातार चल रहा था। वहां की लड़कियों पर ग्राहकों से संबंध बनाने का दबाव होता था। इसके एवज में ग्राहकों से मोटी रकम की वसूल की जाती थी। इसके अलावा तमाम मसाज सेंटरो पर देह व्यापार के साथ मानव तस्करी के खेल का भी खुलासा हो चुका है।
🔴आवासीय कालोनी और संभ्रान्त जगहो पर पांव पसार चुका है मसाज सेंटर
सूत्रो का कहना है किआवासीय कालोनी व संभ्रान्त कही जाने वाली जगहो पर बाडी मसाज की आड मे देह व्यापार का कारोबार पांव पसार चुका है। पडरौना के जिन चमचमाते माॅलो मे आप सपरिवार खरीदारी के लिए जाते है वही पर मसाज की आड में देह व्यापार भी होता है। सूत्र का कहना है कि पडरौना व बुद्धनगरी कुशीनगर सहित जिले के अन्य क्षेत्रो में कुकुरमुत्ते की तरह स्पा और मसाज पार्लर धडल्ले से खुल रहे है। इन सेंटरो पर बाहर बढ़िया बोर्ड लगा होता है बाहर से देखने में कुछ भी असामान्य नजर नही आता है लेकिन सेंटर के भीतर का नजारा और धंधा कुछ अलग होता है। हालाकि यहा स्पष्ट करना जरूरी है कि सभी स्पा या मसाज सेंटर मे यह अवैध कारोबार हो रहा हो यह जरूरी नही है लेकिन बहुतेरे स्पा व मसाज सेंटर देह व्यापार के कारोबार मे लिप्त है इससे इंकार नही किया जा सकता है।
🔴मसाज सेंटर संचालित करने का क्या हैं नियम ?
मसाज सेंटर संचालित करने से पहले, लाइसेंस और पंजीकरण प्राप्त करना अनिवार्य है। इन लाइसेंसों में स्वास्थ्य ट्रेड लाइसेंस, जीएसटी पंजीकरण और अग्नि सुरक्षा मंजूरी शामिल हैं। मसाज सेंटर में केवल वैध मसाज सेवाओं का ही संचालन किया जाना चाहिए। मसाज सेंटरो पर किसी तरह के यौन गतिविधि करना व करवाना जघन्य अपराध है जो पुरी तरह से वर्जित होगा। मसाज सेंटरो में प्रवेश, रिसेप्शन और सामान्य क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे स्थापित होनाचाहिए, और इनकी रिकॉर्डिंग कम से कम तीन महीने तक सुरक्षित रखना अनिवार्य है। मसाज सेंटरो पर पुरुष व महिला ग्राहको के मसाज के लिए अलग रुम व प्रवेश द्वार अलग-अलग होना चाहिए।उनके प्रवेश-निकास को स्पष्ट रूप से सीमांकित किया जाना चाहिए। जेंडर भिन्न नही होना चाहिए, मतलब महिला ग्राहको को महिला फिजियोथेरेपी व पुरुष ग्राहकों को पुरुष फिजियोथेरेपी द्वारा मसाज करने का प्राविधान है।मसाज रूम के दरवाजे पूरी तरह बंद नहीं होंगें,बल्कि पारदर्शिता के लिए आंशिक रूप से खुले रहने चाहिए। मसाज सेंटर पर सेवा लेने के लिए ग्राहकों को पहचान पत्र प्रस्तुत करना होगा और उनके फोन नंबर व अन्य जानकारी रजिस्टर में दर्ज किये जाने का नियम है।
🔴 स्टाफ के लिए योग्यता अनिवार्य
गाइडलाइन के मुताबिक मसाज करने वाले कर्मचारियों के पास मान्यता प्राप्त संस्थान से फिजियोथेरेपी, एक्युप्रेशर या प्रोफेशनल डिप्लोमा होना जरूरी है। कर्मचारियों की न्यूनतम आयु 18 वर्ष तय की गई है। स्पा व मसाज सेंटर में काम करने वाले सभी कर्मचारियों का पुलिस चरित्र सत्यापन (पीसीसी) अनिवार्य है। सभी सेंटर्स को अपने परिसर में स्पष्ट रूप से लाइसेंस नंबर, काम के घंटे और हेल्पलाइन नंबर (112, 181) प्रदर्शित करना जरूरी है।
🔵 रिपोर्ट - संजय चाणक्य
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