जन औषधि केन्द्र पर मिला प्राइवेट कम्पनियों की महंगी दवाओ का जखीरा, जिम्मेदार मौन - Yugandhar Times

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Sunday, June 29, 2025

जन औषधि केन्द्र पर मिला प्राइवेट कम्पनियों की महंगी दवाओ का जखीरा, जिम्मेदार मौन

 

🔵कसया सीएचसी परिसर में संचालित जन औषधि केन्द्र का मामला

🔴 जन औषधि केन्द्रो पर हो रहा है गरीबो का शोषण

🔵युगान्धर टाइम्स व्यूरो

 कुशीनगर। गरीब व आम जनमानस को सस्ती और सुलभ दवा मुहैया कराने की गरज से जहा मोदी सरकार शहरी व ग्रामीण क्षेत्रो में जन औषधि केंद्र खुलवाकर गरीबो को राहत पहुचाने मे लगी है वही सूबे के कुशीनगर मे स्वास्थ्य महकमा के जिम्मेदारो के शह पर जन औषधि केंद्रों पर प्राइवेट कम्पनियों के महंगी दवा बेचकर गरीबो का शोषण किये जाने का मामला प्रकाश में आया है।

मामला जिले के कसया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है जहां सरकारी हास्पिटल परिसर में स्थित जन औषधि केन्द्र पर महंगी प्राइवेट दवाओ का जखीरा पाया गया है।बताया जाता है कि शनिवार को सपा नेता राजेश राव उर्फ बंटी राव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गये हुए थे जहां मरीज के परिजनों ने हास्पिटल परिसर में संचालित जन औषधि केंद्र की कारस्तानी की शिकायत की। इसके बाद सपा नेता श्री राव सीएचसी अधीक्षक डाॅ. मार्कण्डेय चतुर्वेदी को साथ लेकर सीधे जन औषधि केन्द्र पर पहुचे जहां रैक मे काफी मात्रा मे प्राइवेट कम्पनियों की महंगी दवाएं रखी हुई थी। केन्द्र पर दर्जनों मरीज हाथ मे सरकारी पर्ची पर प्राइवेट कम्पनियों की महंगी दवा  लेकर खडे थे। इस दौरान लगभग आधा दर्जन मरीबो के हाथ में सरकारी डाक्टरों द्वारा लिखे गये दवाओ में विभिन्न कम्पनियों के प्राइवेट दवा डेढ हजार से लगायत दो हजार रुपये देकर लिए गये थे। इन मरीजो का कहना है कि दुकानदार का कहनाहै कि यह दवा जन औषधि मे नही है इस लिए महंगी है। इस दौरान सीएचसी प्रभारी दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाये उसके सामने निरीह बने रहे। इसके बाद सपा नेता ने मामले को सीएमओ को फोन करके अवगत कराया इस  पर सीएमओ ने सपा नेता को आश्वासन दिया कि जन औषधि केन्द्र की जांच कर कार्रवाई की जायेगी।हालाकि मीडिया ने जब सीएमओ डाॅ. अनुपम भास्कर से बात करने के लिए उनके सरकारी मोबाइल फोन पर संपर्क किया तो लगातार पूरी घंटी बजती रही किन्तु सीएमओ ने काल रिसीव नही किया।

🔴पडरौना मे भी जन औषधि केन्द्रो पर चल रहा है खेल

कहना ना होगा कि जन औषधि केंद्रों पर विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए सस्ती और किफायती दवाओ को बेचने का प्राविधान है, लेकिन हकीकत यह है कि जिले से संचालित हो रहे जन औषधि केन्द्रो पर खुलेआम प्राइवेट कम्पनियों की महंगी दवाएं बेची जा रही है। बात चाहे जिला मुख्यालय स्थित मेडिकल कालेज परिसर में संचालित जन औषधि केन्द्र हो या पडरौना नगर के रामकोला रोड, बावली चौक व तिलक चौक स्थित जन औषधि केन्द्र हो, खुलेआम हर जगह महंगी दवाएं बेचकर गरीब व आम आदमी का आर्थिक शोषण किया जा रहा है और विभाग के जिम्मेदार सूरदास बने बैठे है।

🔴 क्या है जन औषधि केंद्र ?

जन औषधि केंद्र,भारत सरकार द्वारा संचालित फ़ार्मेसी हैं जो ब्रांडेड दवाओं की तुलना में काफी कम कीमत पर उच्च गुणवत्ता वाली जेनेरिक दवाइयाँ उपलब्ध कराने के लिए समर्पित हैं। औषधि केन्द्र यह प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) के तहत काम करते हैं, जो पूरे भारत में स्वास्थ्य सेवा की पहुँच और सामर्थ्य को बढ़ाने के लिए शुरू की गई एक महत्वाकांक्षी पहल है। कम कीमत पर ज़रूरी दवाइयों और सर्जिकल आइटम की एक विस्तृत श्रृंखला उपलब्ध कराकर, जन औषधि केंद्र स्वास्थ्य सेवाओं को सभी के लिए अधिक समावेशी और आर्थिक रूप से सुलभ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की गरज से शुरू किया गया हैं। इसका उद्देश्य लोगों को सस्ती, उच्च गुणवत्ता वाली जेनेरिक दवाइयाँ उपलब्ध कराना है।

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