🔴समाजिक कार्यकर्ता के शिकायत पर सीडीओ ने दिया जांच का आदेश
🔴क्षेत्र पंचायत और ट्रेडिंग कंपनी के मिलीभगत से 45 लाख रुपये का घोटाला उजागर
🔴 युगान्धर टाइम्स व्यूरो
कुशीनगर। सूबे की योगी सरकार जहां अपराध व भ्रष्टाचार के मुद्दे पर जीरो टॉलरेंस का दावा कर रही है वही जिले मे हाईमास्ट के नाम पर 45 लाख रुपये घोटाला किये जाने का मामला प्रकाश में आया है। बताया जाता है क्षेत्र पंचायत द्वारा लाखो रुपये का यह भुगतान शिवांश ट्रेडिंग कम्पनी के नाम से किया गया है लेकिन यह ट्रेडिंग कंपनी गांव में कही हाईमास्ट लगवाया ही नही है। चर्चा-ए-सरेआम है कि घोटाले का यह खेल क्षेत्र पंचायत और शिवांश ट्रेडिंग कंपनी के मिली भगत से खेली गयी है। शिकायत मिलने पर सीडीओ ने प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए जांच जांच करने का आदेश दिया है इसको लेकर ब्लाक कार्यालय हड़कंप मच गया है।
मामला कुशीनगर जनपद के पड़रौना ब्लाक का है। बताया जाता है कि क्षेत्र पंचायत पडरौना द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 में पडरौना विकास खण्ड अन्तर्गत लगभग डेढ दर्जन से अधिक गांवो मे हाईमास्ट लगवाना था लेकिन बिना हाईमास्ट लगवाये ही शिवांश ट्रेडिंग कंपनी को कुल 45 लाख 36 हजार रुपये भुगतान कर दिया गया है। सूत्रो की माने तो क्षेत्र पंचायत ने शिवांश ट्रेडिंग कंपनी को यह भुगतान पंचम राज्य वित्त आयोग (विकास) के मद से किया है।
🔴 बाउचर पर अंकित नही है किसी गांव का नाम
पंचायत बाउचर डिटेल पर नजर दौडायें तो सबसे उपर फाइनेंशियल वर्ष 2023-24 लिखा है। बाउचर जारी करने का तिथि 28 अप्रैल-2023 अंकित है। बाउचर चार कालम मे है। उपर दाहिने तरफ धनराशि 45 लाख 36 हजार दर्ज है। प्रथम कालम मे बिना गांव का नाम दर्शाये इक्कीस लाइन मे पीएफएमएस व दुसरे कालम मे क्रमशः इक्कीस लाइन मे बैंक के खाता नम्बर का अंतिम चार अंक 1623 अंकित है इसके बगल बाले तीसरे कालम में शिवांश ट्रेडिंग कंपनी लिखा है और अंतिम कालम मे क्रमशः इक्कीस लाइन मे 2 लाख 16 हजार रुपये की धनराशि अंकित की गयी है। यह धनराशि शिवांश ट्रेडिंग कंपनी को भुगतान किया गया है। अब सवाल यह उठता है कि भुगतान बाउचर डिटेल मे गांव का नाम उल्लेख किये बगैर 21 पीएफएमएस के जरिए शिवांश ट्रेडिंग कंपनी के खाते मे 45 लाख 36हजार रुपये का भुगतान कैसे कर दिया गया?
🔴 21 दिन पहले भी हुआ है भुगतानसूत्र बताते है कि 21 दिन पूर्व 7 अप्रैल-2023 को क्षेत्र पंचायत पडरौना द्वारा ग्रामसभा बरवा कला, धरमपुर बुजुर्ग,मइला, रतनवा समेत कुल 21 गांवों में हाई मास्ट लाइट लगवाया गया था जिसका भुगतान प्रति हाईमास्ट 2 लाख 16 हजार रुपये के दर से किया गया था। सूत्र बताते है कि इन्ही गांवो मे लगे हाईमास्ट को दिखाकर 45 लाख रुपये से अधिक की धनराशि का दोबारा भुगतान कर क्षेत्र पंचायत व शिवांश ट्रेडिंग कंपनी ने सरकारी धन गटक लिया है। कहना ना होगा कि इस मामले की शिकायत एक समाजिक कार्यकर्ता ने मुख्य विकास अधिकारी गुंजन द्विवेदी से जब की तो सीडीओ ने मामले की गंभीरता को को देखते हुए तत्काल जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। इस संबध मे पडरौना खण्ड विकास अधिकारी रवि रंजन कुमार का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है गबन की पुष्टि होने पर विधिक कार्रवाई की जाएगी। अब देखना दिलचस्प होगा कि 45 लाख रुपये का घोटाला क्या गुल खिलाता है
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