🔴 विदेश जाने वालो का मेडिकल करने के लिए जनपद मे कोई भी डायग्नोस्टिक सेन्टर नही है अधिकृत
🔴 पुलिस के खुलासे के बाद भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा अब तक इन डायग्नोस्टिक सेन्टरो को नही भेजा गया नोटिस
🔵युगान्धर टाइम्स व्यूरो
कुशीनगर । विदेश भेजने वाले कबुतरबाजो से मिलकर नियम विरुद्ध व अवैध तरीके से मेडिकल रिपोर्ट जारी करने वाले डायग्नोस्टिक सेन्टर पर अब तक स्वास्थ्य महकमा द्वारा कोई कार्रवाई नही गयी।वजह चाहे जो भी हो लेकिन इन डायग्नोस्टिक सेन्टरो के खिलाफ कार्रवाई न होने के पीछे विभाग के जिम्मेदार व डायग्नोस्टिक सेन्टर संचालकों के बीच मोटी डिलिंग की बात चर्चा का विषय बना हुआ है। ऐसे कहना मुनासिब होगा कि मुख्यमंत्री जी! कब होगी अवैध तरीके से मेडिकल रिपोर्ट जारी करने वाले डायग्नोस्टिक सेन्टरो पर कार्रवाई?
बतादे कि बीते दिनो पुलिस ने पडरौना नगर के रामकोला रोड पर भारत टेक्निकल इंस्टीट्यूट के नाम से कार्यालय खोलकर बेरोजगार युवकों को विदेश में नौकरी दिलाने का झासा देकर ठगी का धंधा करने वाले इस गिरोह का पर्दाफाश करते हुए इस ठगी गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया था। यह ठगी गिरोह कुशीनगर जनपद के अलावा देवरिया, गोरखपुर और महराजगंज के साथ ही बिहार और पश्चिम बंगाल के सौ से अधिक बेरोजगारों से साठ लाख रुपये से अधिक की रकम हड़प ली थी। बेरोजगारों के यह गिरोह नामी कंपनियों का फर्जी वीजा, हवाई जहाज का टिकट, मेडिकल सर्टिफिकेट देकर रफूचक्कर हो गए थे। युवकों की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने 12 जनवरी को भारत टेक्निकल इंस्टीट्यूट, अविनाश राव, जयप्रकाश सिंह और अरविंद पांडेय पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया। उसके बाद पुलिस इस गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके पास से 11 लाख रुपये नकद, एक लैपटॉप, 12 मोबाइल फोन, 16 पासपोर्ट, 29 सिमकार्ड, 19 आधार कार्ड, तीन एटीएम, कंप्यूटर, प्रिंटर, 54 फर्जी सरकारी और प्राइवेट मुहर, 48 देशों के कूटरचित सर्विस ऑफर लेटर, 12 मेडिकल फिटनेस फर्जी प्रमाण पत्र, रजिस्टर और एक चार पहिया वाहन बरामद किया था।
🔴 डायग्नोस्टिक सेन्टरो ने जारी किया था मेडिकल रिपोर्ट
पडरौना नगर के सुभाष चौक स्थित कुमकुम डायग्नोस्टिक सेन्टर व साहु सिनेमा परिसर मे संचालित सेवा डायग्नोस्टिक सेन्टर सहित रामकोला रोड स्थित एक डायग्नोस्टिक सेन्टर द्वारा कबुतरबाजो के साथ मिलकर विदेश जाने वाले बेरोजगारों का अवैध तरीके से मेडिकल रिपोर्ट जारी किया गया था जिसका खुलासा ठगी गिरोह का पर्दाफाश के दौरान बीते दिनों पुलिस कप्तान ने किया था। यहां बताना जरूरी है कि जनपद मे कोई भी डायग्नोस्टिक सेन्टर विदेश जाने वालो का मेडिकल करने के लिए अधिकृत नही है ऐसा स्वास्थ्य महकमा का दावा है। इसके बावजूद कुमकुम और सेवा डायग्नोस्टिक सेन्टर नियम विरुद्ध व फर्जी तरीके से विदेश जाने वाले युवाओं का मेडिकल रिपोर्ट जारी किया गया। बावजूद इसके इन डायग्नोस्टिक सेन्टरो के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नही की गई। स्वास्थ्य विभाग व पुलिस प्रशासन की ओर से अब तक कार्रवाई नही किये जाने के पीछे इन डायग्नोस्टिक सेन्टरो के संचालकों का रसूख बताया जा रहा है। सूत्र बताते है कि कुमकुम डायग्नोस्टिक सेन्टर के संचालक डाॅ. नंदलाल कुशवाहा का रसूख का आलम है कि तीन माह पूर्व खुलासा के बाद भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा अब तक न तो जांच-पड़ताल किया गया और न ही कोई नोटिस भेजा गया।
🔴 कृष्णमोहन प्रसाद बोले: एक साल पहले वापस ले लिए है सर्टिफिकेट
बताया जाता है कि कुमकुम डायग्नोस्टिक सेन्टर का रजिस्ट्रेशन पहले जिला अस्पताल के एमबीबीएस, डीसीएच चिकित्सक कृष्णमोहन प्रसाद के नाम से था। डॉ. कृष्ण मोहन का कहना है कि विगत एक वर्ष पूर्व कुमकुम डायग्नोस्टिक सेन्टर से अपना सर्टिफिकेट वापस ले लिए है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में बुद्धा हास्पिटल व गोपी चाइल्ड केयर हास्पिटल उनके नाम से रजिस्टर्ड है जहां उनका सर्टिफिकेट लगा है। जानकारों की कहना है कि जब कृष्ण मोहन प्रसाद के नाम से कुमकुम डायग्नोस्टिक सेन्टर रजिस्टर्ड था वह भी नियम विरुद्ध है क्योंकि सरकारी चिकित्सक के नाम से कोई भी हास्पिटल व डायग्नोस्टिक सेन्टर का रजिस्ट्रेशन नही हो सकता है। ऐसी चर्चा है कि कुमकुम डायग्नोस्टिक सेन्टर के संचालक डाँ नंदलाल कुशवाहा है जो न सिर्फ रसूखदार है बल्कि खुद को सीएमओ का मित्र बताकर भौकाल टाइट करते है और यह भी दम भरते है कि कोई उनका बालबाका नही कर सकता है। डाॅ नंदलाल कुशवाहा कुमकुम डायग्नोस्टिक सेन्टर के अलावा पडरौना नगर के छावनी में (पडरौना-कसया मार्ग पर) बुद्धा हास्पिटल संचालित करते है। इसके अलावा डाॅ. नंदलाल कुशवाहा का जनपद के तमकुहीराज व खड्डा मे भी हास्पिटल संचालित होता है। ऐसा सूत्रों का दावा है। इनमे से कौन-कौन रजिस्टर्ड है यह जांच का विषय है।
🔴 बोर्ड पर लिखा है विदेश जाने वालो का होता है मेडिकल
पडरौना नगर के सुभाष चौक स्थित कुमकुम डायग्नोस्टिक व साहु सिनेमा हाल परिसर स्थित सेवा डायग्नोस्टिक सेन्टरो के बोर्ड पर तमाम बीमारियों के जांच के साथ साथ स्पष्ट शब्दों में लिखा है विदेश जाने वालो की मेडिकल जांच की सुविधा। अब सवाल यह उठता है कि जब जिले मे विदेश जाने वालो का मेडिकल जांच करने के लिए कोई डायग्नोस्टिक सेन्टर अधिकृत नही है, जैसा स्वास्थ्य विभाग का दावा है तो फिर यह सेंटर खुलेआम नियम विरुद्ध व अवैध तरीके से विदेश जाने वाले लोगो का मेडिकल कैसे कर रहे है? सेवा डायग्नोस्टिक के संचालक का कहना है कि मेडिकल करने मे क्या है जांच हम करते है तो रिपोर्ट क्यो नही जारी कर सकते है। जब संचालक एएच खान से उनके डिग्री का हवाला देते हुए पूछा गया कि क्या वह मेडिकल करने को योग्य है तो उन्होने कहा कि मै कुछ नही कह सकता मेरे यहा जो डाक्टर मेहताब बैठते है वही मेडिकल करते है वही जबाब देंगे। डाक्टर साहब इस समय है नही। यहा बता दे कि सेवा डायग्नोस्टिक से विदेश जाने वाले युवक का मेडिकल रिपोर्ट 22 दिसम्बर - 2023 को जारी किया गया है। रिपोर्ट पर सबसे ऊपर फिट और नीचे सेवा डायग्नोस्टिक सेन्टर के मोहर के साथ सबसे नीचे डाॅ. एमडी महताब का हस्ताक्षर और मोहर लगा है। इसी तरह अलग-अलग युवाओ के नाम कई रिपोर्ट जारी किया गया। जबकि कुमकुम डायग्नोस्टिक सेंटर द्वारा जारी मेडिकल रिपोर्ट के बीच मे फिट और नीचे कुमकुम डायग्नोस्टिक सेन्टर के मोहर के साथ सबसे नीचे मेडिकल बनवाने वाले युवक का फोटो चस्पा है, फोटो पर ही रिपोर्ट जारी करने वाले का हस्ताक्षर और मोहर लगा है। सूत्र बताते है यह हस्ताक्षर जिला अस्पताल के एमबीबीएस, डीसीएच चिकित्सक कृष्णमोहन प्रसाद का है जिन्होंने बातचीत मे बताया था कि वह एक साल पहले कुमकुम डायग्नोस्टिक सेन्टर से अपना सर्टिफिकेट वापस ले लिए है अब उनके नाम से यह डायग्नोस्टिक सेन्टर रजिस्टर्ड नही है। इस बात में कितनी सच्चाई है और मेडिकल रिपोर्ट पर किसका हस्ताक्षर है यह जांच का विषय है।
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