🔵 युगान्धर टाइम्स व्यूरो
कुशीनगर। सत्तारूढ़ पार्टी से जुडकर अपनी स्वार्थ सिद्ध करने की गरज से ढोल-नगाड़े के बीच भौकाल बनाकर कसया मे आयोजित सीएम योगी के कार्यक्रम में भाजपा की सदस्यता लेने पहुचें दुदही नगरपंचायत अध्यक्ष की भौकाल पर उस समय पानी फिर गया जब उन्हें सीएम के मंच के ईर्द-गिर्द पहुचने का न तो मौका मिला और न ही कार्यक्रम के दौरान किसी बड़े नेता ने उनका नाम लेना ही उचित नही समझा। नतीजतन भौकाल पर पानी फिर गया, मायूसी ने चेहरे का रंग उडा दिया सामान्य तरीके से पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर औपचारिकता पूरी की।
बताते चलें कि विधानसभा चुनाव मे राजनीतिक परिस्थितियों के तहत सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष इलियास अंसारी एंव सायदा ने बसपा का दामन थामकर चुनावी दाव खेला था। इलियास के विधायक बनने के उम्मीदों पर तो जनता ने पानी फेर दिया पर नगर पंचायत के चुनाव मे दुदही की जनता-जनार्दन ने सायदा खातुन के पक्ष मे वोटकर नगर पंचायत अध्यक्ष की ताजपोशी किया । पर बदली हुई परिस्थितियों मे घर वापसी के दौरान इलियास अंसारी को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बड़े मंच पर अपने बगल में कुर्सी दिया और कुछ गुफ्तगू करते नजर आये थे। शायद यही ही उम्मीद नगर पंचायत अध्यक्ष व उनके समर्थकों में भी रही होगी पर घटनाक्रम ठीक इसके विपरीत रहा अध्यक्ष के उम्मीद धरे के धरे रह गये।कार्यक्रम से पहले शोसल मीडिया पर नगरपंचायत अध्यक्ष सायदा खातुन की भाजपा की सदस्यता को लेकर बड़ा ट्रेलर बनाने का प्रयास किया गया था। मुस्लिम महिला नगर पंचायत अध्यक्ष सत्तादल की सदस्यता ग्रहण कर भाजपा के सबका साथ सबका बिकास के नारे को चरितार्थ करते हुए आगामी लोकसभा चुनाव में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने व भविष्य में सत्तारूढ़ पार्टी का लाभ साधने का प्रयास किया। परन्तु सब धरा का धरा रह गया जबकि अध्यक्ष सायदा खातुन के पुत्र व प्रतिनिधि अजीम आलम ने ढोल नगाड़े सहित सैकड़ों चार पहिया और मोटरसाइकिल का बंदोबस्त कर इवेंट मैनेजमेंट जरूर किया था।समर्थकों ने भी अपने नेता के एक आवाज पर गाडियों की लाइन लगाने में कहीं कोई कोर कसर नही छोड़ी पर कार्यक्रम के प्रारंभ से अंत तक मंच तो दूर अध्यक्ष को अग्रीम पंती मे जगह न मिलने से भीड़ में फैले मुस्लिम समर्थक अपने नेता के चेहरे पर मायूसी साफ महसूस कर रहे थे। यह भी बताया गया कि पूरे कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री तो दूर किसी भी बडे नेता ने उनका नाम भी नही लिया। मुख्यमंत्री के जाने के बाद भला हो जिलाध्यक्ष दुर्गेश राय का जिनकी नजर नगरपंचायत अध्यक्ष पर पड़ी और उन्होंने लौटते भीड़ के समक्ष सदस्यता की घोषणा कर नपाध्यक्ष का सम्मान बचा लिया। वहीं मीडिया से बात करते हुए फाजिलनगर विधायक सुरेन्द्र कुशवाहा ने बताया की आज नपा प्रतिनिधी अजीम आलम के नेतृत्व में सैकड़ों मुस्लिम बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की है। इस घटना के बाद क्षेत्र में ईडी ,सीबीआई को जोड़कर घपले का व्यंग जोरो पर है। समर्थकों का कहना है कि वह इस उम्मीद से आये थे कि उनके नेता को मंच पर बुलाकर उचित स्थान व सम्मान दिया जायेगा तो वह अपने नेता के साथ खुद को गौरवान्वित महसूस करेगें लेकिन उम्मीद से फीकी सदस्यता खल रही है।
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