🔴फेसबुक के जरिए हुई दोस्ती, गोरखपुर कोर्ट मे दरोगा ने की थी युवती से शादी
🔵कप्तानगंज थाना क्षेत्र के भड़सर नारायण गांव का मामला
🔴 युगान्धर टाइम्स व्यूरो
कुशीनगर । फैशबुक के जरिए पहले दोस्ती फिर शादी का वादा कर शरीरिक संबंध बनाकर शादी से मुकरने के बाद खुद को कानूनी शिकंजा मे घिरता देख दरोगा द्वारा युवती से न्यायालय मे शादी रचाकर पत्नी को अकेला छोडकर भाग जाने के बाद पत्नी ससुराल पहुचकर धरने पर बैठी गयी है। इधर ससुरालवाले युवती को देख घर मे ताला जडकर फरार हो गये है। तकरीबन तीस घंटे से दरवाजे के बाहर बैठी युवती अपने पति व ससुराल वालो की राह निहार रही है।
राजनंदिनी का आरोप है कि अक्तूबर 2020 में दरोगा मुरादाबाद से गोरखपुर आए और एक दोस्त के कमरे में ले जाकर शादी का विश्वास दिलाकर उससे शारीरिक संबंध बनाया और फिर शादी से मुकर गए। इसके बाद वह 6 सितंबर 2022 में दरोगा के विरुद्ध शाहपुर थाने में प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई। मामले को गंभीरता से लेते है पुलिस ने धीरेन्द्र प्रताप सिंह के खिलाफ दुष्कर्म सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। महिला के मुताबिक, कानूनी पेच में फंसने के बाद दरोगा धीरेन्द्र ने कानूनी रूप से गोरखपुर न्यायालय में उससे शादी कर ली और विश्वास दिलाया कि वह अपनी पढ़ाई जारी रखे। कुछ दिन बाद परिवार के लोगों से बातचीत कर वह उसे बतौर पत्नी के रूप मे अपने घर ले जाएंगे।ससुराल मे दरवाजे के बाहर धरने पर बैठी राजनंदिनी का कहना है कि दस माह बीत गया, न दरोगा उसे लेने आए और न ही उससे फोन पर बातचीत करते है। ऐसे में परेशान होकर वह अपने ससुराल रहने आई है। महिला ने बताया कि जब से वह आई है, बिना अन्न-जल ग्रहण किए दरवाजे के सामने बैठी है। लेकिन कोई सुधि लेने तक नहीं आया।
आरोपी दरोगा धीरेंद्र प्रताप सिंह के पिता लाल बहादुर सिंह ने फोन पर बताया कि उनके पुत्र की तरफ से शादी संबंधी लिए गए निर्णय की जानकारी नहीं थी। इसकी जानकारी होने पर उन्होंने स्वतः अपने उप निरीक्षक पुत्र को संपत्ति से बेदखल कर दिया है।इस संबंध में कप्तानगंज के थानाध्यक्ष विनय कुमार सिंह का कहना है कि इस घटनाक्रम की जानकारी हुई है। लेकिन कोई तहरीर नहीं मिली है।
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