🔴 मरीजों की बाहर भीड देख एसआई ने व्यवस्था ठीक करने के लिए डाक्टर से किया अनुरोध तो नागवार लगा डाक्टर को पुलिस की बात, जमकर हुई बहस
🔴 डाक्टर ने एसआई को गेयर मे लेने के लिए एसपी से बात करने की जमाई धौस, पुलिस कर्मी पर नही दिखा असर
🔴 संजय चाणक्य
कुशीनगर। मरीजों के परिजनो के साथ दुर्व्यवहार व मारपीट की घटना को लेकर हमेशा चर्चा मे रहने वाले नगर के किलकारी अस्पताल के डाक्टर कमलेश वर्मा एक बार फिर अपने कारनामे को लेकर चर्चा मे आ गए है। चर्चा का कारण विवाद ही है लेकिन इस बार विवाद मरीज और उनके परिजनो से नही बल्कि पुलिस विभाग के एक उपनिरीक्षक से व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने को लेकर हुई है। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है और लोग डाक्टर के पूर्व की घटनाओं का उल्लेख कर कमेन्ट भी कर रहे है। घटना उस समय की है जब बुधवार को इसी सडक से होते हुए सीएम योगी को सिसवलिया गांव मे जाना था।
🔴 क्या है मामला
काबिलेगोर है नगर के रामकोला रोड स्थित किलकारी हास्पिटल के डाक्टर अपने आचरण को लेकर हमेशा चर्चा मे रहते है। कहना न होगा कि बुधवार को इसी सड़क मार्ग से सीएम योगी को सिसवलिया गांव मे जाना था। इससे पहले पुलिस इस मार्ग को भीड से खाली करा रही थी। इसी दरम्यान डा0 कमलेश वर्मा के किलकारी हास्पिटल पर मरीजो की भीड सडक पर लगी हुई थी। बताया जाता है उपनिरीक्षक राकेश रोशन अपने मातहतो के साथ भीड को तितर-बितर किए और डाक्टर वर्मा के पास जाकर दुर्व्यवस्था को व्यवस्थित करने की बात कही। ताकि सड़क पर भीड न लगे। वायरल वीडियो मे उपनिरीक्षक राकेश रोशन यह कहते हुए दिख रहे है कि डाक्टर साहब सडक पर मरीजो की भीड लगी है आप इसको व्यवस्थित कीजिए। इस पर डा0 कमलेश वर्मा कह रहे है आप जाइए कन्ट्रोल कीजिए, हम क्या कर सकते है, हम भीड कन्ट्रोल करेगे। इस पर एसआई पूछ रहे है कि आपकी कोई जिम्मेदारी नही है। आप मरीजो को अन्दर बुलाकर बैठाइये, सडक पर मरीजो का क्यो भीड लगवाये है। इस दौरान डा0 वर्मा अपने लोगो से इस घटना का वीडियो बनवाते है। यह देख दरोगा ने भी अपने मातहत से वीडियो बनाने का निर्देश दिया। पांच मिनट एक सकेण्ड के वीडियो मे डाक्टर और दरोगा मे खूब बहस हो रही है। डाक्टर बार-बार यह कहते हुए सुने जा रहे कि कि अस्पताल बंद करा दीजिए। इस पर एसआई कहते है कि हम कौन होते है आपका अस्पताल बंद कराने वाले। हम आपका अस्पताल बंद कराने नही बल्कि आपसे अनुरोध करने आये है कि सडक पर मरीजो का भीड न लगवाए। इसके बावजूद डाक्टर का पुलिस वाले से बहस का सिलसिला जारी रहता है। डा0 वर्मा एसपी को फोन करने की बात कहकर उपनिरीक्षक को गेयर मे लेना चाहते है लेकिन उप निरीक्षक राकेश रोशन पर इसका कोई असर नही पडता है। दरोगा कहते है कि हमने आपसे कोई बदसलूकी नही किया है हम अपना ड्यूटी कर रहे है और आपसे अनुरोध कर रहे है। अपनी धौस बेअसर साबित होता देख डा0 वर्मा ऊचे आवाज मे पुलिस वाले को कहते है चिल्लाइये मत, अस्पताल मे उपद्रव मचा रहे है अभी एसपी से बोलता हू। इस तरह डाक्टर खुद चिल्लाते हुए पुलिस वाले को धीरे बोलने की हिदायत देते है।
🔴 मरीजो के परिजनो से डा0 वर्मा पहले भी कर चुके है बदसलूकी और मारपीटकहना न होगा कि मरीजों के प्रति डा0 वर्मा का आचरण चिकित्सकीय पेशे के अनुरुप कभी नही देखी गयी है। मरीजो के परिजनो से बदसलूकी और मारपीट करना डा0 वर्मा की आदत मे शुमार है। सूत्र बताते है कि इस हास्पिटल पर अक्सर मरीजो के परिजनो से डा0 वर्मा का विवाद होता है उसके बाद डा0 वर्मा स्वयं और अपने कर्मचारियों के साथ मिलकर मरीज के तीमारदारों को पीटते और पीटवाते है। सार्वजनिक रूप से भी इस तरह के कई मामले उजागर हो चुके है। बीते वर्ष पडरौना कोतवाली क्षेत्र के नेहरु नगर बाडी टोला निवासी मोहम्मद परवेज पुत्र शमीम के साथ मारपीट करने के मामले मे डा0 वर्मा की खूब छिछालेदर हुई थी। चूकि नगर के छावनी स्थित परख डायग्नोस्टिक सेन्टर डा0 वर्मा की पत्नी द्वारा संचालित किया जाता है। अल्ट्रासाउंड की गलत रिपोर्ट देने को लेकर परवेज डायग्नोस्टिक सेन्टर की संचालिका डा0 पल्लवी सिंह से शिकायत करने पहुचा था। बताया जाता है कि परवेज डा0 पल्लवी के चेम्बर मे बैठकर उनसे बात कर ही रहा था, तभी पीछे से डा0 पल्लवी सिंह के पति व किलकारी अस्पताल के डाक्टर कमलेश वर्मा अपने कुछ सहयोगियों के साथ पहुचे और गाली देते हुए जांच रिपोर्ट व मोबाइल छीनकर परवेज को बेरहमी से मारने-पीटने लगे। परवेज का आरोप था कि वह किसी तरह से डा0 पल्लवी सिंह के चेम्बर से निकलकर बाहर भागा। इस दौरान पीछे से दौडा रहे डा0 वर्मा गेट पर खडे गार्ड का बन्दूक छिनकर बट से सिर पर मार दिये। जिसके वजह से वह खून से लतपथ हो गया। फिर वह किसी तरह से अपनी जान बचाकर कोतवाली भागा और अपनी आप बीती घटना कोतवाल को सुनाई।
🔴 गुण्डई करने वाले डाक्टर पर पहले से दर्ज है मुकदमा:
बताया जाता है कि हर बार की तरह परवेज के साथ मारपीट करने के बाद डाक्टर कमलेश वर्मा अपने प्रभाव के बल पर मामले को रफा-दफा करने का पुरा प्रयास किया था किन्तु इस बार उनकी दाल नही गली। वजह यह है कि डाक्टरी पेशे की आड मे मरीजों के परिजनो से अक्सर मारपीट करने वाले डाक्टर वर्मा के कारस्तानी से आम लोगो मे पहले से ही रोष व्याप्त था। डा0 वर्मा द्वारा परवेज की बेरहमी से की गयी पिटाई आग मे घी डालने का काम कर दिया। नतीजतन आम लोगो ने मुख्यमंत्री से लगायत डीजीपी तक ट्वीट कर डा0 वर्मा के खिलाफ कार्रवाई की मांग शुरू कर दिया। शोसल मीडिया पर भी डा0 वर्मा के कुकृत्यो के किस्से सरेआम कर कार्रवाई की मांग उठने लगी। परिणाम स्वरूप कोतवाली पुलिस ने किलकारी अस्पताल के डाक्टर कमलेश वर्मा के खिलाफ आईपीसी की धारा 323, 504, 427 के तहत मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्यवाही की थी।
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