🔴 युगान्धर टाइम्स न्यूज नेटवर्क
कुशीनगर। पुलिस की वर्दी में आए छह-सात लोग गुरुवार को खड्डा थाना क्षेत्र के एक गांव में पहुंचे और दो नाबालिग लड़कियों को पूछताछ के लिए अपने साथ ले गए। परिजनों व ग्रामीणों ने जब विरोध किया तो उन लोगों ने इसे देवरिया पुलिस की कार्रवाई बताया। देर शाम पता चला कि रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र की पुलिस गांव आई थी। परिजनों ने अपहरण का आरोप लगाते हुए खड्डा पुलिस को तहरीर दी है।
गौरतलब है कि जिले के खड्डा थाना क्षेत्र के ग्रामसभा लक्ष्मीपुर पडरहवा गांव में गुरुवार की दोपहर में एक प्राइवेट वाहन से छह-सात लोग पहुंचे और ग्रामीणों से प्रभू राजभर के घर का पता पूछा। उस व्यक्ति के घर पहुंचकर गाड़ी में से उतरे वर्दीधारी लोगों ने घर की तलाशी ली और यहां से 14 साल व 12 साल की दो लड़कियों को गाड़ी में बैठा लिया। बताया जाता है कि अगल-बगल के लोगों ने जब विरोध किया तो वर्दीधारियों ने खुद का परिचय देवरिया पुलिस के तौर पर देते हुए बताया कि इन लड़कियों को एक मामले में पूछताछ के लिए लेकर जा रहे हैं। लोगों का कहना था कि स्थानीय पुलिस की मौजूदगी में लिखा पढ़ी करके ले जाएं लेकिन वर्दीधारियों ने गांव वालों को धमकाया और दोनों लड़कियों को साथ लेकर चले गए। इसके बाद परिजन खड्डा थाने पहुंचे और घटना की सूचना दी तो पुलिसकर्मी भी हैरान रह गए। एसओ खड्डा आरके यादव अपने क्षेत्र में किसी अन्य जनपद के पुलिस के आगमन और यहां से लड़कियों को पूछताछ के लिए साथ ले जाने की सूचना से अंजान थे। इसके बाद परिजनों ने अज्ञात पर दोनों नाबालिग लड़कियों के अपहरण का आरोप लगाते हुए तहरीर दी। शाम को खड्डा पुलिस को पता चला कि लड़कियों को ले जाने वाली पुलिस टीम देवरिया जिले के रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र की थी। खड्डा एसओ आरके यादव का कहना है कि घटना से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है। उनका कहना है कि देवरिया पुलिस को कार्रवाई से पहले स्थानीय पुलिस को सूचना देनी चाहिए थी। साथ ही लड़कियों के मामले में जरूरी संवेदनशीलता का ध्यान रखा जाना चाहिए।
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