किसके सरपरस्ती पर चल रहा था एनके गेस्ट हाउस मे '' गंदा है पर धंधा है '' का खेल - Yugandhar Times

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Sunday, November 16, 2025

किसके सरपरस्ती पर चल रहा था एनके गेस्ट हाउस मे '' गंदा है पर धंधा है '' का खेल

 

🔴 वर्ष 2023 मे तत्कालीन एसडीएम और मौजूदा सीओ के नेतृत्व मे पुलिस ने एनके गेस्ट हाउस को किया था सील, आपत्तिजनक स्थिति मे पकडे गये थे युवक-युवतियां 

🔵युगान्धर टाइम्स व्यूरो 

कुशीनगर। थागत बुद्ध की परिनिर्वाण धरती पर बेखौफ देह व्यापार के अनैतिक कारोबार को संचालित करने वाला एनके गेस्ट हाउस को आखिरकार किसका संरक्षण प्राप्त है? सबब यह है कि यह कोई पहली घटना नही है जब शुक्रवार को छापेमारी में रंगरलियां मनाते हुए दो तकरीबन दर्जन युवक-युवतियां धरे गये बल्कि दो वर्ष पूर्व भी इस गेस्ट की कुकर्मों का खेल सार्वजनिक हो चुका है उस समय भी दर्जनों युवक-युवतियां पुलिस के हत्थे चढे थे और उस समय भी एनके गेस्ट हाउस सील हुआ था। अब सवाल यह है कि आखिर पूर्व मे सील हुए एनके गेस्ट हाउस किसके निर्देश पर खुला व किसके रहमोकरम पर जिस्मफरोशी का गंदा खेल संचालित कर रहा था? 

बेशक! यह कहने मे तनिक भी गुरेज नही है  कि तथागत की धरती देह व्यापार कारोबारियों के कारण ऐयाशी का प्रमुख केन्द्र बन गया है।हालाकि प्रशासन व पुलिस प्रशासन का डंडा समय समय पर इन कारोबारियों पर चलता रहा है और इन कारोबारियों द्वारा संचालित किये जा रहे गंदे खेल का खुलासा होता रहा है इसके बावजूद बुद्ध की धरती पर गंदा है पर धंधा का खेल बदस्तूर जारी है जो अपने आप में यक्ष प्रश्न है। कुशीनगर के स्थानीय बाशिंदों का तर्क है कि देह व्यापार कारोबारियों के खिलाफ जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन की कार्रवाई बस दिखावा है क्योंकि प्रशासन अगर चाहे दे तो ऐसा कोई अवैध कार्य नही जिस पर प्रतिबंध न लग जाए लेकिन हकीकत यह है कि प्रशासन की सहमति , सफेदपोश व कथित पत्रकारों के रहनुमाई का नतीजा है कि बुद्ध नगरी में  देह व्यापार का कारोबार प्रतिबंधित नही हो रहा है।

वर्ष 2023 मे एसडीएम रत्निका श्रीवास्तव व मौजूदा सीओ कुन्दन सिंह के मौजूदगी मे सील होता एनके गेस्ट हाउस 
🔴किसके आदेश पर खुला एनके गेस्ट हाउस  

बतादे कि वर्ष 2023 में तत्कालीन उपजिलाधिकारी रत्निका श्रीवास्तव व कसया के  मौजूदा पुलिस क्षेत्राधिकारी कुन्दन सिंह के अगुवाई में कसया पुलिस ने बुद्धनगरी में एनएच-28 के निकट स्थित एनके गेस्ट हाउस में छापेमारी की थी, जहां आधा दर्जन युवतियों के साथ आधा दर्जन युवक आपत्तिजनक स्थिति में पकड़े गए थे। पुलिस ने सभी युवक-युवतियों को हिरासत मे लेकर थाने लायी और युवतियों को उनके परिजनो को बुलाकर कडी चेतावनी देकर सुपुर्द कर दिया जबकि पकडे गये युवको के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्यवाही की थी। उस समय भी छापेमारी के दौरान गेस्ट हाउस संचालक पुलिस के आख मे धूल झोककर मौके से फरार हो गया था। उस समय भी पुलिस ने गेस्टहाउस को सील कर सरकारी ताला जड़ दिया था। ऐसे मे सवाल उठना मुनासिब है कि अवैध रुप संचालित व जिस्मफरोशी के अनैतिक कृत्य में लिप्त भैंसहा के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग 28 पर स्थित एनके गेस्ट हाउस जब वर्ष 2023 में सील हो गया था तो फिर किसके आदेश पर वह गेस्ट हाउस खुला और संचालित हो रहा था? क्या एनके गेस्ट हाउस सराय एक्ट मे रजिस्टर्ड है? 

सूत्र बताते है कि एनके गेस्ट हाउस वर्ष 2023 मे उस समय भी रजिस्टर्ड नही था जब पहली दफा छापेमारी के दौरान आपत्तिजनक स्थिति मे पकडे गये युवक-युवतियो के बाद गेस्ट हाउस को सील किया गया था और न ही बीते शुक्रवार को रजिस्टर्ड था जब छापेमारी के दौरान रंगरलियां मनाते धरी गयी युवक-युवतियो के बाद गेस्ट हाउस को सील किया गया।मतलब यह कि एनके गेस्ट हाउस मे न सिर्फ अवैध व अनैतिक खेल संचालित होता है बल्कि यह गेस्ट हाउस बिना रजिस्टर्ड अवैध रुप से संचालित हो रहा था। फिर सवाल यह उठता है कि किसके सरपरस्ती मे संचालित हो रहा था? सफेदपोश, पुलिसिया तंत्र या कथित पत्रकार? 

वर्ष 2023 मे एनके गेस्ट हाउस पर हुई छापेमारी का दृश्य 

🔴कमरों मे मिला आपत्तिजनक सामाग्री

कहना ना होगा कि कुशीनगर के गेस्टहाउस व होटलो मे बेखौफ चल रहे गंदा है पर धंधा है का खेल युगान्धर टाइम्स व लखनऊ से प्रकाशित समाचार पत्रों द्वारा लगातार प्रमुखता से खबर प्रकाशित किये जाने व जागरूक लोगो द्वारा सोशल मीडिया पर प्रसारित करने के बाद कुंभकर्णी निद्रा से जगी प्रशासन जब बीते शुक्रवार 14 नवम्बर को एनएच-28 पर स्थित एनके गेस्ट हाउस पहुची तो गेस्ट हाउस पर हडकंप मच गया सभी कमरों मे युवक-युवतियां रंगरलियां मना रहे थे पुलिस ने गेस्ट हाउस के कमरों की तलाशी के दौरान नशीली दवाएं और आपत्तिजनक सामाग्री बरामद किया। सूत्र बताते है कि छापेमारी के समय गेस्ट हाउस का संचालक भी वहा मौजूद था जो बाहर निकल अपना भौकाल टाइट कर रहा था। सूत्रो का कहना है कि संचालक कालर टाइट करते हुए बोल रहा था अभी विधायक और नेताओं का फोन आयेगा और सभी अधिकारी दुम हिलाकर चले जायेगें। इन अधिकारियों के सील करने से कोई फर्क नही पडता है एक सप्ताह के अन्दर गेस्ट हाउस खुल जायेगा। इस बात मे कितनी सच्चाई है यह जांच का विषय है लेकिन इस बात से इनकार नही किया जा सकता है कि इस गेस्ट के संचालक को किसी न किसी प्रभावशाली का सरपरस्ती प्राप्त है तभी वर्ष 2023 मे सील होने के बावजूद '' गंदा है पर धंधा '' का खेल बदस्तूर जारी रखा है। अब देखना दिलचस्प होगा कि गेस्ट हाउस संचालक का भौकाल क्या रंग लाता है।

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