गोबरहिया बना ईसाई मिशनरी का केन्द्र, चलता धर्म परिवर्तन का खेल - Yugandhar Times

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Wednesday, September 24, 2025

गोबरहिया बना ईसाई मिशनरी का केन्द्र, चलता धर्म परिवर्तन का खेल

🟡लाइलाज बीमारी को ठीक करने के नाम पर पलास्टर राजकुमार बनाता है लोगो ईसाई 

🔴गोबरहिया मे धर्म परिवर्तन का खेल

🔵 युगान्धर टाइम्स व्यूरो 

कुशीनगरनपद के सीमा से सटे पडोसी राज्य बिहार के मधुबनी प्रखंड के गोबरहिया मे लाइलाज बीमारियो को ठीक करने के नाम पर पलास्टर राजकुमार द्वारा चंगाई प्रार्थना मे गरीब तबके लोगो को ईसाई बनाना जा रहा है। ऐसी चर्चा है कि राजकुमार जादुई पानी के नाम पर लोगो को धर्म परिवर्तन के लिए उकसाता है। धर्म परिवर्तन के इस अवैध खेल में कुशीनगर जनपद भी चपेट में है। कहना ना होगा यूपी पुलिस को पिछले चार सालो से राजकुमार की तलाश है तकरीबन तीन वर्ष पूर्व कुशीनगर जनपद के विशुनपुरा थाने में धर्म परिवर्तन को लेकर राजकुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था।

बतादे कि गोबरहिया गांव निवासी राजकुमार पुत्र बिहारी एक अनपढ़ युवक है जो खुद को ईसाई धर्म गुरु के नाम पर पास्टर बना हुआ है यह प्रत्येक गुरुवार व राविवर अपने स्थान पर हजारों की संख्या मे भीड़ इकट्ठा कर चंगाई प्रार्थना करता है और भोली-भाली जनता को ईसाई और इशु पर भरोसा दिलाते हुए बेखौफ ईसाई बनाता है। सूत्रो की माने तो राजकुमार प्रार्थना सभा मे सीधे बोलता है ईशू ही सर्व शक्तिमान है ईशू के अलावा कोई नही है जो ईशू पर भरोसा करेगा वह कभी बीमारी के चपेट में नही आयेगा। लाइलाज बीमारी भी ईशू के शरण मे जाने से ठीक हो जायेगी। राजकुमार यही नही रुकता है वह दावा करता है कि ईशू पर भरोसा करने वालो के असाध्य रोग ठीक हो जाते है और गरीबी हमेशा के लिए दूर हो जाते है। 

🔴चार एण्ड मे फैला है राजकुमार का साम्राज्य

सूत्रो की माने तो बीमारी ठीक करने व जादुई पानी पिलाकर गरीब तबके के लोगो को अंधविश्वास में लेकर ईसाई बनाने वाला राजकुमार का साम्राज्य तकरीबन चार एकड में फैला है। वह अपना भौकाल टाइट करने के लिए नेपाल से एक दर्जन बाउंसर और  दर्जनभर महिला सेविका तैनात कर रखा है। यह बाउंसर उन जंगली जानवर की तरह टूट पडते है जो राजकुमार के इस अवैध खेल का विरोध करता है। बताया जाता है राजकुमार के अड्डे पर पहुचने के बाद बिना उसके मर्जी से कोई हिल नही सकता है। 

🔴 रात मे अड्डे पर ठहरती है महिलाए और युवतियां

जानकर कहते है कि समय रहते इस अवैध खेल को रोका नही गया तो आने वाले समय मे ईसाई मिशनरी का यह खेल यूपी और बिहार के लिए चुनौती बन जायेगा। सूत्रो की माने तो यहा बिहार के पटना, सीवान, मुजफ्फरपुर, छपरा, गोपालगंज, थावे के अलावा कुशीनगर, देवरिया, महराजगंज, गोरखपुर व नेपाल राष्ट्र से  लोगो का आगमन होता है और उन्हे ईशू के अंधविश्वास का जादुई पानी पिलाकर ईसाई बनाया जाता है। सूत्र बताते है कि बाहर से आने वाली महिलाए व युवतियां चंगाई प्रार्थना के एक दिन पूर्व राजकुमार के अड्डे पर पहुच जाती है जहां रात्रि विश्राम के दौरान शोषण का शिकार होती है।  लेकिन राजकुमार के खौफ के कारण वह किसी के सामने मुंह नही खोलती है। शोषण की शिकार हुई सीवान, छपरा की महिला का कहना है कि हम लोग बहकावे मे यहा आकर अपना सब कुछ लुटा दिए है इस व्यक्ति के खिलाफ कडी कार्रवाई होनी चाहिए।सूत्रो की माने तो लगभग एक  सप्ताह पूर्व पास्टर राजकुमार अपने एक रिश्तेदार के साथ पडरौना आया हुआ था। उसके चार पहिया वाहन मे एक महिला थी जिसे कुबेरस्थान थाना क्षेत्र अन्तर्गत सुनसान जगह पर ले जाकर शिकार बनाने की योजना चल रही थी। इस दौरान मौके पर पुलिस पहुंच गयी और रंगरलियां मानते हुए पलास्टर राजकुमार व उसके रिश्तेदार को धरदबोचा। चूकि पुलिस पलास्टर वाछित राजकुमार को पहचानती नही थी इसी लिए मोटी रकम वसूलकर छोड दिया। 


🔴रविवार को लगता भीड का तांता, होता है अंधविश्वास का खेल

बताया जाता गोबरहिया में हर रविवार को अंधविश्वास का झासा देकर लाइलाज बीमारी को ठीक करने के नाम पर राजकुमार द्वारा चंगाई प्रार्थना का आयोजन किया जाता है जहां तकरीबन दस हजार की संख्या मे लोग इक्ट्ठा होते है। इसके बाद शुरू होता है अंधविश्वास का खेल और ईशू के नाम पर बीमारी को जड से ठीक करने का दावा कर न सिर्फ भोली-भाली जनता को ईसाई बनाया जाता है बल्कि बीस रुपये के मिनरल वाटर मे फूंक मारकर पांच सौ रुपये वसूल किया जाता है। इतना ही नही पास्टर राजकुमार द्वारा व्यक्तिगत प्रार्थना करने के लिए लोगो से ढाई हजार रुपये लिया जता है। सूत्र बताते हैं कि राजकुमार का गुरु चंडीगढ़ में अपना साम्राज्य चलाता  है जो ईसाई मिशनरी को संचालित करने व धर्म परिवर्तन कराने के लिए राजकुमार को आर्थिक सहयोग प्रदान करता है। बताया जाता है कि राजकुमार अपने धनबल के दम पर अपने  इस खेल को बेरोकटोक संचालित करने के लिए कुशीनगर जनपद के सीमावर्ती थाने से लगायत बिहार के उच्च पदो पर आसीन पुलिस अफसरो को मोटी रकम की भेट देता है। यही वजह है कि पश्चिमी चंपारण के धनहा थाना प्रभारी और थाने के मुंशी भूमिका संरक्षक के रुप मे है।

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