🔴 फैक्ट्री संचालक लंबे समय से कर रहे थे लाखो रुपये की टैक्स चोरी, हुआ खुलासा
🔵 युगान्धर टाइम्स व्यूरो
कुशीनगर । वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की टीम ने जनपद के पडरौना में बड़ी कार्रवाई की है। विभाग की पन्द्रह सदस्यीय टीम ने सुभाष चौक स्थित योगेश चौरसिया के चौरसिया पान मसाला की चार फैक्ट्रियों में छापेमारी कर जहां लाखों की तंबाकू व सुपारी जब्त की, वहीं कारोबारी से 20 लाख 32 हजार रुपये जुर्माना वसूला है। बताया जाता है कि जीएसटी टीम ने यह कार्रवाई लंबे समय से टैक्स चोरी की शिकायत मिलने पर की है। योगेश के वहा इसके पहले भी टैक्स चोरी के मामले मे छापेमारी हुई थी।
🔴 क्या है मामला
कमिश्नर वाणिज्य कर मिनिस्ती एस. के निर्देश पर एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-दो देवमणि शर्मा के नेतृत्व में टीम ने बुधवार को 11 बजे पडरौना नगर के सुभाष चौक स्थित योगेश चौरसिया के किशन गुटका चौरसिया पान मसाला की फैक्ट्री में पहुंची और एक साथ चौरसिया पान भंडार, हनुमान ट्रेडर्स, प्रकाश प्रोडक्ट तथा किशन सुपारी के यहां छापेमारी शुरू की। लगभग छह घंटे तक चली कार्रवाई के दौरान बताया गया कि चारों फैक्ट्रियां एक ही परिवार के सदस्यों द्वारा संचालित हैं। टीम ने जब संचालकों से बिल व पर्चा मांगा तो किसी ने बिल व पर्चा टीम के समक्ष प्रस्तुत नहीं कर पाया।मतलब यह कि संचालकों द्वारा क्रय-विक्रय अवैध तरीके से किया गया था। इसके बाद टीम ने पान मसाला बनाने में प्रयुक्त होने वाली लाखों रुपये की तंबाकू व सुपारी जब्त कर ली गयी । इसके बाद टीम अब इसका मूल्यांकन करने में जुट गई है, ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके। छापेमारी करने वाली टीम में डिप्टी कमिश्नर संतोष वर्मा व एसपी तिवारी, असिस्टेंट कमिश्नर पंकज सुमन, सूर्य प्रकाश समेत स्थानीय अधिकारी व गोरखपुर सचल दल के अधिकारी शामिल रहे।
🔴 अधिकारी बोले-एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-दो देवमणि शर्मा ने बताया कि कमिश्नर वाणिज्य कर के निर्देशन में पान मसाला को लेकर चलाए जा रहे अभियान के तहत पडरौना मे कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि टैक्स चोरी करने वाले व्यापारियों से विभाग सख्ती से निपटेगा। फिलहाल, किशन गुटका चौरसिया पान भंडार का माल जब्त कर मूल्यांकन किया जा रहा है। मूल्यांकन के उपरांत आगे की कार्रवाई की जाएगी।
🔴 एक माह से विभाग की तरफ से की जा रही थी रेकी
कहना न होगा कि पडरौना सुभाष चौक स्थित किशन गुटका चौरसिया पान भंडार के फैक्ट्रियों पर कार्रवाई से पूर्व विभाग ने पिछले एक माह से रेकी की थी। चारों फैक्ट्रियां गेट बंदकर ऐसे सुनसान स्थान पर संचालित हो रही थीं कि किसी को भनक तक न लगे। करोड़ों का कारोबार करने वालीं इन फैक्ट्रियों में से एक ने एक वर्ष में सिर्फ तीन लाख का ही टर्नओवर दिखाया था। यानी लंबे समय से इनके द्वारा कर चोरी की जा रही थी।
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