🔴 युगान्धर टाइम्स व्यूरो
कुशीनगर । सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अनुशासन की सीख देने वाले योग के महत्व को पूरी दुनिया ने कोरोना के कठिन समय में अच्छी तरह जाना। उन्होंने कहा कि ऋषि मुनियों की जीवन पद्धति का अहम हिस्सा रहे योग को आज दुनिया के 200 देश अपना चुके हैं।
आठवें अंतररष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर मंगलवार को राजभवन प्रांगण में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने योगाभ्यास किया। इस अवसर पर योगी ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में पूरी दुनिया ने जाना कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास करने में योग की अहम भूमिका है। योग न सिर्फ अनुशासन सिखाता है बल्कि मानवता के लिये बेहद जरूरी है।उन्होंने कहा कि भारत के लोग तो पहले से ही योगाभ्यास कर रहे थे और यही कारण है कि यहां के लोगों ने कोरोना महामारी का डट कर मुकाबला किया वहीं दुनिया ने जाना कि योग रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाने में कारगर है। हमे अपने ऋषि मुनियो की विरासत पर गर्व होना चाहिये। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयास से ही योग को अंतररष्ट्रीय मान्यता हासिल हुयी है। आज के दिन योग दिवस योगा फार ह्यूनिटी यानी मानवता के लिये योग की थीम पर मनाया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश में एक अनुमान के मुताबिक करीब पांच करोड़ लोगों ने सुबह सवेरे पाकर और अन्य सार्वजनिक स्थलों में आयोजित योगाभ्यास कार्यक्रम में शिरकत की और मन,बुद्धि और तन को स्वस्थ रखने की इस विधा को नियमित दिनचर्या का अंग बनाने का संकल्प लिया।
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