मासूमों के साथ सजा काट रही महिलाओं की होगी रिहाई - Yugandhar Times

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Sunday, June 12, 2022

मासूमों के साथ सजा काट रही महिलाओं की होगी रिहाई

🔴 शासन ने कुशीनगर और देवरिया के डीएम, एसपी से मांगी रिपोर्ट

🔴 संजय चाणक्य 
कुशीनगर । जिला कारागार में मासूम बच्चो के साथ आजीवन कारावास की सजा काट रही दो महिलाओं की आने वाले दिनों में रिहाई होने वाली है। इसमें एक कुशीनगर की तो दूसरी देवरिया जिले की रहने वाली है। इसके लिए शासन ने देवरिया और कुशीनगर के डीएम और एसपी से रिपोर्ट मांगी है। जिला प्रशासन द्वारा रिपोर्ट भेजने के बाद उनकी रिहाई का मार्ग आसान हो जायेंगें।

काबिलेगोर है कि शासन ने बच्चों के साथ जेल में बंद महिला कैदियों को छोड़ने के लिए निर्णय लिया है। कहना न होगा कि जिला कारागार में देवरिया मे कुशीनगर और देवरिया जिले के बंदियों को रखा जाता है। जेल में सबसे अधिक दहेज हत्या के मामले में महिला बंदी और कैदी बंद है। इसमें कुछ महिलाओं के बच्चे काफी छोटे है, उनके परिवार में बच्चो की देखभाल करने वाला कोई  नहीं है। ऐसे बच्चो अपनी मां के साथ बिना किसी कसूर के जेल में सजा भुगत रहे है। अब ऐसी महिलाओं की रिहाई हो सकेगी जिनके बच्चे छह साल से कम उम्र के हैं। इसी क्रम में कुशीनगर व देवरिया की रहने वाली दो महिला कैदियों के बारे में शासन ने रिपोर्ट मांगी है।
🔴 दहेज हत्या के मामले मे काट रही है सजा
कुशीनगर जिले के विशुनपुर थाना क्षेत्र के दुदही गांव की रहने वाली शबाना खातून पत्नी लाल बाबू दहेज हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रही है। जिला कारागार में 2 वर्ष 5 माह 18 दिन की सजा उसने अपने चार साल के बेटे के साथ काट चुकी है। वहीं देवरिया जिले के गौरीबाजार थाना क्षेत्र के परसिया गांव की रहने वाली सोनम उर्फ सोनू पत्नी पिंकू वर्मा भी दहेज हत्या के मामले में आजीवन सजा काट रही है। वह जिला कारागार में तीन वर्ष 28 दिन से अपने पांच साल के बेटे के साथ रह रही है। शासन ने देवरिया और कुशीनगर के डीएम और एसपी से दोनों कैदी के बारे में रिपोर्ट मांगी है। ऐसे में माना जा रहा है कि जल्द ही इनकी रिहाई हो जाएगी।
🔴 जिला कारागार मे है ग्यारह महिलाओं के बारह बच्चे 
जेल में बंद 12 मासूमों को अपनी गलती का पता नहीं, लेकिन वह मजबूरी में मां के साथ सलाखों के पीछे कैद होकर जिंदगी गुजार रहे हैं। बच्चे अपनी मां के गुनाहों की सजा भुगत रहे हैं। जिला कारागार में देवरिया के आठ और कुशीनगर के चार बच्चे अपनी मां के साथ जेल में बंद है। ये 12 बच्चे 11 महिला कैदियों के साथ रह रहे हैं। इसमें पांच लड़के और सात लड़की है। इसमे कुशीनगर की रहने वाली एक महिला की दो बेटी शामिल साथ हैं।
🔴 जिला जेल में बंद हैं 130 महिला कैदी
जिला जेल देवरिया में कुशीनगर और देवरिया  के लगभग दो हजार बंदी हैं। इसमें 130 महिला कैदी हैं। जो अलग -अलग मामलों में बंद है। सबसे अधिक दहेज हत्या के मामले में महिलांए बंद है। दो कैदियों की रिहाई के रिपोर्ट मांगने के बाद मासूमों के साथ जेल में बंद 9 अन्य महिला बंदियों की रिहाई की आस भी जग जाएगी।


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