🔴 युगान्धर टाइम्स न्यूज व्यूरो
कुशीनगर ।पब्लिक की रेटिंग में गोरखपुर जोन के कुशीनगर जिले की पुलिस की स्थिति सबसे खराब है। यहा की पुलिस 41.59 फीसदी अंक पाकर दसवे पर रही जबकि जोन के ग्यारह जिलो मे सबसे अच्छा परफार्मेंस बलरामपुर का है। रैंकिंग के हिसाब से महराजगंज जनपद जोन मे परफार्मेंस के मामले मे चौथे और सीएम सिटी गोरखपुर की पुलिस को नौवे स्थान मिला है। कहना न होगा कि पीआरवी की रेटिंग छोड़ दें तो खुद को सुधारने के लिए जिले की पुलिस को अन्य क्षेत्रों में काफी मेहनत करनी पड़ेगी।
काबिलेगोर है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दूसरे कार्यकाल में पुलिस और पब्लिक के बीच और बेहतर तालमेल हो इसके लिए एडीजी ने पुलिस के परफार्मेंस को पब्लिक की रेटिंग का पैमाना बनाया है। इसके लिए एडीजी ने पांच कैटेगरी बनाई है। सबसे पहली कटेगरी आईजीआरएस पर आने वाली शिकायत और निस्तारण के बाद उसकी संतुष्टि पर है। दूसरी है पब्लिक पोल। इसमें ट्विटर के माध्यम से पब्लिक की राय तथा डायरेक्ट पब्लिक द्वारा दी जाने वाली राय को शामिल किया गया इसके अलावा एफआईआर और पीआरवी के रिस्पांस टाइम को रखा गया। एफआईआर दर्ज कराने वाले पीड़ित से फोन पर यह जानने की कोशिश हुई कि वे एफआईआईआर के बाद पुलिस की कार्रवाई को लेकर कितना संतुष्ट हैं। इसके अलावा डायल 112 पर सूचना के बाद पीआरवी का किस तरह का रिस्पांस होता है इसके बारे में भी फोन करने वालों से बात कर डेटा तैयार किया गया। इन पांच कैटेगरी के बाद जो नतीजा सामने आया वह 52 प्रतिशत से भी कम ही रहा। यानी किसी भी जिले की पुलिस, रेटिंग में 60 प्रतिशत पास नहीं हो सकी। रेटिंग में बलरामपुर जिला पहले स्थान पर रहा लेकिन वहां भी सिर्फ 51.80 प्रतिशत लोग ही पुलिस के काम से संतुष्ट थे। पांच कैटेगरी में कराए गए पोल में सबसे अच्छा रिस्पांस लोगों का पीआरवी को लेकर रहा तो वहीं सबसे खराब एफआईआर कराने वाले पीड़ित तथा आईजीआरएस पर शिकायत करने वालों का है।
कुशीनगर जिले की पीआरवी की कार्यप्रणाली से वोटिंग में शामिल लोगों में सर्वाधिक ने संतुष्ट जताया है। वहीं आईआरजीएस के शिकायकर्ताओं में सर्वाधिक ने असंतुष्टि जाहिर की है। पीआरवी के बारे में कुल 1345 लोगों ने अपना फीड बैक दिया है। इसमें 1048 लोगों ने पीआरवी की कार्यप्रणाली पर संतुष्ट जाहिर किया तो वहीं 297 लोगों ने असंतोष व्यक्त किया है। आईजीआरएस के कुल 287 शिकायतकर्ताओं ने अपना फीड बैक दिया है, जिसमें 78 ने संतुष्टि और 209 ने असंतुष्टि जाहिर की है। डायरेक्ट पोल में पुलिस कार्यप्रणाली की राय में 730 लोगों ने अति उत्तम, 146 ने उत्तम, 234 ने साधारण और 469 लोगों ने खराब बताया है। ट्वीटर पोल में 34 प्रतिशत लोगों ने खराब तो 34 प्रतिशत लोगों ने ही अति उत्तम व 12 फीसदी लोगो ने बताया है। 12 प्रतिशत लोगों ने उत्तर बताया है। मुकदमों के 106 वादियों से लिए गये फीडबैक में 24 ने पुलिस कार्यप्रणाली को अति उत्तम, 44 ने उत्तम, 31 ने साधारण और 7 वादियों ने खराब के ऑप्शन पर अपना वोट दिया है।
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