कौन हैं तब्लीगी जमात के अमीर मौलाना साद, एक गलती से बना सबसे बड़ा विलेन - Yugandhar Times

Breaking

Friday, April 3, 2020

कौन हैं तब्लीगी जमात के अमीर मौलाना साद, एक गलती से बना सबसे बड़ा विलेन


🔴 युगान्धर टाइम्स न्यूज नेटवर्क 
नई दिल्ली। दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज जमात के मुखिया मौलाना साद एक विलेन के तौर पर उभरकर सामने आया हैं। कहना न होगा कि तब्लीगी मरकज जमात में हजारों की संख्या लोग जमा थे, लेकिन मौलाना साद ने गैरजिम्मेदाराना व्यवहार करते हुए इसकी जानकारी पुलिस और दिल्ली सरकार तक को नहीं दी। इस दौरान वह बेतुके बयान देता रहा जिसका संबंध धर्म से तो कतई नहीं हो सकता है। इस बाबत मौलाना साद के कई आपत्तिजनक और भड़काने वाले बयान सामने आए हैं, जो वीडियो के जरिये वायरल हुआ हैं और वह भी बेहद खतरनाक। 
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के बढ़ते खौफ के बीच धारा-144 लगने के बावजूद राजधानी में भीड़ जुटाने पर मौलाना साद के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने महामारी अधिनियम 1897 के साथ ही भारतीय दंड संहिता की अन्य कई धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। ऐसी चर्चा है कि मौलाना साद 28 मार्च से ही फरार हैं।
🔴 कौन हैं मौलाना साद, दिल्ली पुलिस को है तलाश 
मौलाना साद का जन्म दिल्ली में 10 मई, 1965 में हुआ और उनके पिता का नाम मोहम्मद हारून है। मौलाना साद का पूरा नाम मुहम्मद साद कंधालवी है। वर्ष, 1927 में मौलाना साद के परदादा मौलाना इलियास कांधलवी ने तबलीगी जमात की स्थापना की थी।  मौलाना इलियास कंधालवी उत्तर प्रदेश के शामली जिले के कांधला के रहने वाले थे। यही वजह थी कि वह अपने नाम के आगे कांधलवी लगाते थे। इसके बाद आने वाली पीढ़ियों ने कांधलवी नाम के आगे कांधलवी लगाना शुरू दिया है। यह सिलसिला अब चौथी पीढ़ी में जारी है। दरअसल, मौलाना इलियास के चौथी पीढ़ी से मौलाना साद आते हैं और पड़पोते हैं, जबकि मौलाना साद के दादा मौलाना यूसुफ थे। यूसुफ मौलाना इलियास के बेटे थे और उनके निधन के बाद अमीर बने थे। साद कंधालवी ने हजरत निजामुद्दीन मरकज के मदरसा काशिफुल उलूम से 1987 में आलिम की डिग्री ली है। साद तब्लीगी जमात के संस्थापक के पड़पोते हैं। मौलाना साद खुद को तब्लीगी जमात के एकछत्र अमीर घोषित कर चुके हैं। उत्तर प्रदेश इमाम संगठन के प्रदेश अध्यक्ष मुफ्ती जुल्फिकार का कहना है कि मौलाना इलियास कांधलवी ने दिल्ली की बंगलावाली मस्जिद में इमाम करने के दौरान तब्लीगी जमात की स्थापना की थी। बताया जाता है कि जून, 2016 में मौलाना साद और मौलाना मोहम्मद जुहैरुल हसन ने नेतृत्व वाले तब्लीगी जमात के दूसरे ग्रुप के बीच हिंसक झड़प हो गई थी। इस दौरान पक्ष के लोगों ने एक दूसरे पर पथराव तक किया था और इसमें कई लोग घायल भी हुए थे। इस हादसे के बाद दोनों गुटों के बीच दूरी बढ़ गई जो अब भी जारी है।  दारु उलूम देवबंद भी पिछले तीन साल से मौलाना साद से नाराज है और उसने इस बाबत साद के खिलाफ फतवा तक जारी किया था। फतवे के मुताबिक, मौलाना साद अपने ब्याख्यानों में कुरान की गलत व्याख्या करता हैं। 
🔴 1995 में मौलाना साद बना तब्लीगी जमात के प्रमुख 
मिली जानकारी के मुताबिक, 1990 में सहानरपुर के मजाहिर उलूम के मोहतमिम (वाइस चांसलर) मौलाना सलमान के बेटी के साथ मौलाना साद की शादी हुई थी। 5 वर्ष बाद 1995 में तब्लीगी जमात के प्रमुख मौलाना इनामुल हसन की मौत के बाद मौलाना साद ने मरकज की कमान संभाल ली। इसके बाद फिलवक्त तक वह तब्लीगी जमात सर्वेसर्वा बने हुए हैं। 
🔴 वायरल आडियो में कर रहे आपत्तिजनक बातें
बताया जा रहा है कि तब्लीगी जमात के मौलाना साद का एक कथित ऑडियो भी सामने आया है। इसमें वह आपत्तिजनक बयान देते हुए सुनाई देते हैं। वह कहते हैं-'मरने के लिए मस्जिद से अच्छी जगह नहीं हो सकती।'
🔴 क्या है तब्लीगी जमात
तबलीगी जमात भारतीय उपमहाद्वीप में सुन्नी मुसलमानों का सबसे बड़ा संगठन है। तबलीगी जमात के पूर्व अमीर मौलाना जुबैर उल हसन ने संगठन का नेतृत्व करने के लिए के सुरू कमेटी का गठन किया था। जमात एक समूह को कहते हैं, जिसमें पांच से ज्यादा लोग शामिल होते हैं। जमात की अवधि तीन दिन से शुरू होती है और 40 दिन और चार महीने से लेकर पांच माह तक की होती है। जमात के लोग इस अवधि के लिए एक क्षेत्र को चिन्हित करते हैं, इसके बाद वहां की मस्जिदों में दो से तीन दिन रुककर इस्लाम कर प्रचार करते हैं। इसके बाद दूसरी मस्जिद का रुख करते है। 40 दिन, चार और पांच माह की जमात की समय अवधि जब पूरी होती है तो वह तब्लीगी मरकज जाते हैं। पांच माह की जमात विश्व के कई देशों में जाती हैं।
🔴 ये ख्याल बेकार है कि मस्जिद में जमा होने से बीमारी पैदा होगी-साद
ऑडियो में कुछ लोग खांसते हुए सुनाई देते हैं, जिससे लगता है कि वहां कोरोना पहले ही पहुंच चुका था, लेकिन उसकी तरफ ध्यान नहीं दिया गया। यहां तक कि मौलाना साद ऑडियो में कहते सुनाई देते हैं कि ये ख्याल बेकार है कि मस्जिद में जमा होने से बीमारी पैदा होगी, मैं कहता हूं कि अगर तुम्हें यह दिखे भी कि मस्जिद में आने से आदमी मर जाएगा तो इससे बेहतर मरने की जगह कोई और नहीं हो सकती।
वायरल ऑडियो में साद आगे कहता हैं कि अल्लाह पर भरोसा करो, कुरान नहीं पढ़ते अखबार पढ़ते हैं और डर जाते हैं, भागने लगते हैं। साद आगे कहते हैं कि अल्लाह कोई मुसीबत इसलिए ही लाता है कि देख सके कि इसमें मेरा बंदा क्या करता है। साद आगे कहते हैं कि कोई कहे कि मस्जिदों को बंद कर देना चाहिए, ताले लगा देना चाहिए क्योंकि इससे बीमारी बढ़ेगी तो आप ख्याल को दिल से निकाल दो। साद के इस अपील के बाद न सिर्फ लोग मस्जिद में आए, बल्कि बढ़ते खतरे और लगातार निर्देश और बड़े फैसले के बाद भी काफी तादाद में लोग वहां जमे रहे।
🔴 रात 2 बजे साद से मिले डोभाल
जब तेलगांना में तबलीगी जामात के कई लोगों के संक्रमण और मौत की खबर आई तो केंद्र और राज्य सरकारें हरकत में आ गईं। पुलिस और सरकार के निर्देश के बावजूद मस्जिद को खाली नहीं किया गया। मस्जिद के मौलाना साद दिल्ली पुलस और सुरक्षा एजेंसियों के आग्रह को ठुकरा चुके थे। साद अपनी जिद पर अड़े हुए थे। हालात की संवेदनशीलता को देखते हुए आधी रात डोभाल को मनाने के लिए जाना पड़ा। ऐसे में गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से आग्रह किया कि वह जमात को मस्जिद खाली करने के लिए राजी करें।
🔴 समझाने के बाद अस्पताल में भर्ती होने पर हुए सहमत
सुरक्षा एजेंसियों ने मरकज में कोरोना संक्रमण का संदेश अगले ही दिन सभी राज्यों और पुलिस को भेज दिया था। NSA डोभाल के समझाने के बाद मरकज 27, 28 और 29 मार्च को 167 तबलीगी वर्कर्स को अस्पताल में भर्ती कराने पर सहमत हुआ। डोभाल के हस्तक्षेप के बाद ही जमात नेता मस्जिद की भी सफाई को राजी हुए। डोभाल ने मुसलमानों के साथ अपने पुराने संपर्कों का इस्तेमाल कर इस काम को अंजाम दिया। देश की सुरक्षा के लिए रणनीति बनाने के लिए मुस्लिम उलेमा उनके साथ मीटिंग कर चुके थे।
🔴 मरकज से 1,548 निकाले गए 
निजामुद्दीन स्थित मरकज से करीब 1,548 लोगों को निकाला गया है। इनमें से 441 में कोरोना के लक्षण पाए गए हैं और इन्हें एलएनजेपी, राजीव गांधी सुपर स्पेशिलिटी और जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा1,107 लोगों को नरेला में आइसोलेशन में रखा गया है।



No comments:

Post a Comment

Post Top Ad

Responsive Ads Here