🔵69 हजार शिक्षक भर्ती मामले मे हाईकोर्ट का बडा फैसला, फर्जीवाड़े की खुली पोल
🔴सचिव के निर्देश पर बीएसए ने की कार्रवाई
🔵युगान्धर टाइम्स व्यूरो
कुशीनगर। जनपद के परिषदीय विद्यालयों मे तैनात बीस शिक्षको की फर्जीवाड़े का पोल खुलने के बाद उन्हे नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। इसको लेकर बेसिक शिक्षा विभाग मे हड़कंप मच गया है। कहना ना होगा कि सूबे में 69 हजार शिक्षकों की भर्ती को लेकर प्रयागराज हाईकोर्ट ने बडा फैसला किया है। कोर्ट के फैसले के बाद शासन के निर्देश पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ रामजियावन मौर्य द्वारा शिक्षको के खिलाफ बर्खास्तगी यह कार्रवाई की गयी है।
काबिलेगौर है कि सूबे की योगी सरकार ने वर्ष 2018 में 69 हजार शिक्षकों की भर्ती का विज्ञापन निकाला था. आवेदन की अंतिम तिथि 22 दिसंबर 2018 निर्धारित की गयी थी। भर्ती प्रक्रिया को कोर्ट के आदेश पर तीन चरणों में पूरा किया गया. वर्ष 2018 से डेढ़ साल तक तीन चरणों में कुल 2209 शिक्षक तैनात हुए। भर्ती के दौरान बीटीसी 2015 बैच के कुछ शिक्षकों ने एक विषय में बैक लगने के बावजूद मनमानी मेरिट दिखाकर आवेदन कर दिया था. बाद में बैक पेपर देने पर उनके नंबर मेरिट के अनुसार कम हो गए थे. शिक्षक भर्ती चयन समिति ने आवेदन के दौरान फीड मेरिट के आधार पर ऑनलाइन मेरिटसूची जारी कर बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के माध्यम से नियुक्ति पत्र वितरित कर दिए थे।
🔴 मार्कशीट में की थी हेराफेरी
बताया जाता है कि इस मामले में मेरिट सूची से बाहर हुए कुछ अभ्यर्थियों ने चयन में गड़बड़ी का आरोप लगाकर न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। कोर्ट के आदेश पर सचिव बेसिक शिक्षा परिषद सुरेंद्र तिवारी ने 9 मई को बीएसए को पत्र जारी कर मेरिट सूची और शिक्षकों के शैक्षणिक दस्तावेजों की जांच कर ऐसे शिक्षकों को चिह्नित करके बर्खास्त करने का आदेश जारी किया। सचिव के आदेश पर बीएसए कुशीनगर डाॅ. रामजियावन मौर्य ने जिले में तैनात बीस महिला-पुरुष शिक्षकों को चिह्नित किया, जो भर्ती के तहत शैक्षिक अर्हता पूरी नहीं किये थे. इन सभी शिक्षकों को बीएसए ने बर्खास्त कर दिया है। इसको लेकर 69 हजार भर्ती में तैनात शिक्षकों में हड़कंप मच गया है
🔴 रडार पर और भी है शिक्षक
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ रामजियावन मौर्य का कहना है कि उच्च न्यायालय के आदेश के बाद ”बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव सुरेंद्र तिवारी के निर्देश पर कुशीनगर जिले में तैनात 20 ऐसे शिक्षकों की पहचान की गई है, जिनकी मेरिट सूची और शैक्षणिक कट-ऑफ अंकों में विसंगतियां पायी गयी। इन शिक्षकों ने भर्ती के लिए आवश्यक शैक्षिक योग्यताएं पूरी नही की थी जिसके कारण उन्हे बर्खास्त कर दिया गया है. मौर्य ने बताया कि इस मामले में अन्य शिक्षकों की भी जांच चल रही हैं जिन पर जल्द ही कार्रवाई की जायेगी।
🔴इन शिक्षको की कर दी गयी सेवा समाप्तबेसिक शिक्षा अधिकारी डाॅ मौर्य द्वारा जारी बर्खास्तगी आदेश के मुताबिक कुशीनगर जिले के पड़रौना ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय अमवा फार्म के शिक्षक अजय कुमार, उच्च प्राथमिक विद्यालय बसडीला की पिंकी व श्वेतांगी शर्मा, प्राथमिक विद्यालय कटनवार के रिंकू सिंह, उच्च प्राथमिक विद्यालय नोनिया टोला बेलवा जंगल के सौरभ सिंह व शुभम अग्रवाल, उच्च प्राथमिक विद्यालय परसौनी कला के शिक्षक रुदल कुमार निषाद को बर्खास्त कर दिया गया हैं। इसके अलावा कसया ब्लॉक के शिक्षक अमित कुमार राय, अर्जुन सिंह, कुमारी पुष्पा, प्रीति, प्रियंबदा पुष्कर, श्वेता पटेल, फाजिलनगर ब्लॉक में प्रभात कुमार जायसवाल, कप्तानगंज ब्लॉक में अवधेश कुमार चौधरी व सुनीत कुमार यादव, सुकरौली ब्लॉक में प्रियंका श्रीवास्तव, सचिन प्रताप सिंह व स्वीटी शौकीन, तमकुही ब्लॉक में मनीष कुमार माहौर की सेवा समाप्त कर दी गयी है। बताया जाता है कि कुशीनगर में हुई बर्खास्तगी की बड़ी कार्रवाई को लेकर प्रदेश भर मे भर्ती शिक्षको में हड़कंप मचा है। बीएसए डॉ मौर्य ने कहा मामले की गहन उच्च स्तरीय विभागीय जांच के बाद बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई है।
🔴 बीएसए बोले
बीएसए डॉ.रामजियावन मौर्य ने कहा कि 69 हजार शिक्षक भर्ती के तहत जिले में 20 शिक्षकों का चयन जारी मेरिट सूची के तहत हुआ था। सचिव के आदेश पर ऐसे शिक्षकों को चिंह्नित करके उनके शैक्षणिक अभिलेखों की जांच में मेरिट सूची के आधार पर भिन्नता प्राप्त हुई है। शैक्षिक अर्हता पूरी न करने वाले 20 शिक्षकों को सचिव के आदेश पर बर्खास्त कर दिया गया है।
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