प्रणव ने फिर रचा इतिहास, नीट परीक्षा मे 720 मे हासिल किया 716 अंक - Yugandhar Times

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Wednesday, June 5, 2024

प्रणव ने फिर रचा इतिहास, नीट परीक्षा मे 720 मे हासिल किया 716 अंक

 

🔵नीट परीक्षा मे होनहारों ने छुआ आसमान  

🔴 हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा मे प्रणव स्थापित कर चुके है कीर्तिमान 

🔵 युगान्धर टाइम्स व्यूरो 

कुशीनगर। हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा में जनपद टाप कर इतिहास रचने वाले प्रणव श्रीवास्तव ने एक फिर ऐतिहासिक सफलता प्राप्त कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। अवसर है मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट में 77 वा स्थान हासिल करना। प्रणव ने 720 मे से 716 अंक पाकर यह परचम लहराया है।

प्रणव श्रीवास्तव पडरौना नगर के जगदीशपुरम कालोनी के निवासी व ख्याति प्राप्त चिकित्सक डॉ0 संदीप अरुण श्रीवास्तव के पुत्र है जो किसी नाम व पहचान के मोहताज नहीं हैं। नीट परीक्षा का परिणाम मंगलवार की रात घोषित किया गया। इसे लेकर सुबह से ही कोचिंग संस्थानों और विद्यालयों में खुशी का माहौल रहा।  प्रणव के एतिहासिक सफलता के बाद घर मे खुशी व जश्न का माहौल है।

🔴हाईस्कूल और इण्टरमीडिएट की परीक्षा के है टापर

 प्रणव श्रीवास्तव, डॉक्टर बनना चाहते है। उन्हें  नीट परीक्षा परिणाम में  चमत्कारी परिणाम आने की उम्मीद पहले थी। इसके पूर्व वर्ष 2022 मे प्रणव  हाईस्कूल में आईसीएसई बोर्ड परीक्षा मे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 99.2 प्रतिशत अंक प्राप्त कर पूरे देश में चौथा स्थान हासिल किया था। इसके बाद वर्ष 2024 में डॉ. संदीप अरूण श्रीवास्तव के ज्येष्ठ पुत्र प्रणव श्रीवास्तव सीबीएसई बोर्ड की इण्टरमीडिएट की परीक्षा में 99.2 फीसदी अंक हासिल की जिला टॉपर बने। प्रवण दो भाई है। प्रणव की मा डाॅ. सुरभि श्रीवास्तव व पिता डाॅ. संदीप अरुण श्रीवास्तव दोनो टाॅपर रह चुके है। इनके प्रेरणा से प्रणव भी डाक्टर बनकर समाज की सेवा करना चाहते है। पढ़ाई के दौरान प्रणव को जिन विषयों के प्रश्न समझने में दिक्कत होती है उसके समाधान के लिए वह पिता से मार्गदर्शन लेते है। प्रणव को नीट परीक्षा में भी बेहतर परिणाम आने की पहले से उम्मीद थी।

🔴 माता-पिता दोनो  रहे है यूपी में टापर

बतादे कि प्रणव श्रीवास्तव के पिता डा. संदीप अरुण श्रीवास्तव ने वर्ष 1991 मे उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद बोर्ड से हाईस्कूल की परीक्षा मे प्रदेश मे दुसरा स्थान व इंटरमीडिएट की परीक्षा में छठा स्थान हासिल कर कुशीनगर का नाम राष्ट्रीय पटल पर पहुंचाया था। इसी तरह मां डॉ. सुरभि श्रीवास्तव ने वर्ष 1996 में यूपी बोर्ड परीक्षा में प्रदेश में 16वी स्थान हासिल की थी।

🔴परम्परा को आगे बढा रहे है प्रणव

कहना न होगा कि प्रणव के दादाजी स्वर्गीय अरुण श्रीवास्तव भी टापर रहे है। उन्होंने भी प्रदेश मे तीसरा स्थान प्राप्त किया था। यह कहना गलत नही होगा कि प्रणव को सफलता प्राप्त करने का जुनून विरासत मे मिला है। यही वजह है कि प्रणव अपने दादाजी और माता-पिता के नक्शे कदम पर आगे बढते हुए न सिर्फ कुशीनगर का मान बढाया है। बल्कि परिवार कि ऐतिहासिक परम्परा को आगे भी बढा रहे है। प्रणव के इस उपलब्धि पर जहां बडे पापा आलोक श्रीवास्तव, चाचा डाॅ. वैभव ज्योति श्रीवास्तव, चाचा अलंकार श्रीवास्तव ने खुशी जाहिर की वही पडरौना नगर सहित जनपद वासियों ने शुभकामनाएं दी है।

🔴 बेटी जान्हवी ने जनपद का बढाया मान

जनपद के पडरौना विकास खण्ड क्षेत्र के सिधुआं गांव के निवासी व शिक्षक अमरदीप शुक्ला की बेटी जान्हवी शुक्ल ने 720 मे से 705 अंक प्राप्त कर नीट में अपनी प्रतिभा का परचम लहराया है। जान्हवी ने वर्ष-2023  मे सीबीएससी बोर्ड के इंटरमीडिएट की परीक्षा में कुशीनगर जिले से टॉप किया था। बेटी की इस उपलब्धि  सुमन शुक्ला, बाबा ओमप्रकाश शुक्ला, आलोक शुक्ला, अविनाश श्रीवास्तव, दिनेश श्रीवास्तव, जुगनु शुक्ला, जयदीप शुक्ला आदि ने बधाई दी है।


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