🔴 चिकित्सक के लापरवाही के कारण किलकारी चिल्ड्रेन हास्पिटल मे मासूम शिवांश की मौत का मामला
🔴 युगान्धर टाइम्स व्यूरो
कुशीनगर । चिकित्सक की लापरवाही से बीते दिनों कसया के गोपालगढ स्थित किलकारी चिल्ड्रेन हास्पिटल के संचालक कमलेश वर्मा के खिलाफ तीन सदस्यीय जांच टीम गठित कर दी गयी है। जानकारों का कहना है कि अगर जांच टीम रसूखदार चिकित्सक के प्रभाव मे नही आती है तो चिकित्सक के खिलाफ मुकदमा दर्ज होना तय है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सुरेश पटारिया द्वारा गठित तीन सदस्यीय टीम मे उप मुख्य चिकित्साधिकारी डा. राकेश कुमार गुप्ता, उप मुख्य चिकित्साधिकारी डा. संजय गुप्ता व सीएमओ कार्यालय के वरिष्ठ लिपिक कादिर हाशमी शामिल है। सीएमओ द्वारा गठित टीम को जारी किये गये पत्र मे कहा गया है। कसया नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड संख्या - 21 अम्बेडकर नगर निवासी आरोही पाण्डेय पत्नी दीपक दूबे के रजिस्टर्ड डाक द्वारा प्राप्त शिकायती पत्र मे कहा गया है कि 30 मार्च को मेरे पुत्र शिवांश की तवीयत खराब होने के पश्चात वह 31 मार्च को रात्रि आठ बजे किलकारी चिल्ड्रेन हास्पिटल गोपालगढ कसया मे डा. कमलेश वर्मा के वहा दिखाने ले गयी जहां डा. कमलेश वर्मा के नदारद होने के कारण उनके जूनियर डा. शरीफ अंसारी द्वारा बच्चे को देखा गया। इस दौरान डा. कमलेश वर्मा से आडियो व वीडियो कालिंग कर बच्चे का इलाज किया गया। मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि इलाज के दौरान बच्चे को ब्लड चढाया गया तथा दुबारा जबरदस्ती प्रेशर मशीन से ब्लड चढाने की वजह से मासूम शिवांश को सांस लेने मे तकलीफ होने लगी और उसकी स्थिति बिगड़ने लगी। इसके बाद जूनियर डाक्टर शरीफ अंसारी ने चुपके से एम्बुलेंस बुलाकर शिकायतकर्ता के बच्चे को गोरखपुर के लिये रेफर कर दिया। उस समय बच्चा हिल-डुल नही रहा था, बच्चा जीवित है या नही पूछने पर डा. शरीफ ने धमकाते हुए जबरदस्ती एम्बुलेंस में बैठाकर भेजवा दिया। गठित टीम के लिए जारी आदेश मे सीएमओ ने कहा है कि डा. कमलेश वर्मा व तथाकथित जूनियर डाक्टर शरीफ अंसारी द्वारा बिना अभिभावक के सहमति व बिना स्वीकृत के उक्त हास्पिटल मे शिवांश को भर्ती कराया गया और घोर लापरवाही करते हुए इलाज किया गया। सीएमओ ने अपने पत्र के साथ जांच टीम को संबंधित शिकायत पत्र एंव हास्पिटल की पर्ची, जांच रिपोर्ट व ब्लड बैंक की पर्ची की छायाप्रति संलग्न कर प्रकरण की जांच कर अधोहस्ताक्षरी कार्यालय को रिपोर्ट प्रेषित करने का निर्देश दिया है।
🔴पुलिस ने अब तक नही की कोई कार्रवाईकिलकारी चिल्ड्रेन हास्पिटल के चिकित्सकों के लापरवाही के कारण अपनी ग्यारह माह के कलेजे के टुकड़े को गवा चुकी आरोही पाण्डेय अपने जिगर की मौत के बाद बदहवास हो गयी है। कहती है घटना के बाद वह कसया पुलिस को तहरीर दी लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नही हुई । उन्होंने कहा कि डा. कमलेश वर्मा धनबल और रसूखदार है। ऐसा लगता है कि पुलिस इनके प्रभाव मे आकर कोई कार्रवाई नही कर रही है। उन्होंने कहा कि अपने बच्चे के हत्यारे को सजा दिलाने के लिए वह सीएम योगी के चौखट पर भी माथा पटकेगी। इधर पुलिस का कहना है कि प्रकरण की जांच कर कार्रवाई की जा रही है।
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