अस्पताल से अपने जिगर का टुकडे का शव लेकर बिलखती हुई निकली माँ - Yugandhar Times

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Tuesday, August 2, 2022

अस्पताल से अपने जिगर का टुकडे का शव लेकर बिलखती हुई निकली माँ

🔴न मिला एंबुलेंस सुविधा, न आयी किसी को तरस🔴 मानवता हुई शर्मसार

🔴 युगान्धर टाइम्स व्यूरो 

कुशीनगर। जनपद के तमकुहीराज सीएचसी पर मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई। यहां अस्पताल से मासूम बेटे की मौत की पुष्टि के बाद भी एंबुलेंस सेवा उपलब्ध न हो सकी, जिसके बाद बेबस मां अपने जीगर के टुकड़े के शव को अपने कंधे पर लेकर घर वापस जाने को मजबूर हो गई।

कहते है जब उस माँ को अपने जिगर के टुकडे की मौत की खबर मिली तो वह माँ सदमे मे आकर पत्थर की मूरत बन गयी। उस माँ के आसपास भी कोई नहीं था जिससे वह सहानुभूति और मदद की उम्मीद करती। वह कभी अपने लाल को निहारती तो कभी सीने से लगाकर चूमती इधर-उधर देखती रही लेकिन अफसोस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के तरफ से किसी के हाथ उसकी तरफ मदद के लिए नही बढे। लिहाजा बेबस मां आंखों से बहती आंसुओं की धारा के बीच कंधे पर अपने जिगर के टुकड़े के शव को रखकर बाहर निकल गई। यह नजारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर मौजूद चिकित्सक और कर्मचारी सभी देख रहे थे लेकिन किसी स्वास्थ्यकर्मी का दिल नहीं पसीजा।

🔴 करंट लगने से हुई बच्चे की मौत

स्वास्थ्य सुविधाओं को धता बताने वाली यह तस्वीरे सोमवार को सामने आने के बाद इंटरनेट पर जमकर वायरल हुई। मामला चर्चाओं में आया तो अधिकारियों ने पड़ताल की फाइल खोल दी। पता चला कि घटना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तमकुहीराज की है। यहां करंट की चपेट में आने के बाद नगर पंचायत निवासी वहाब अंसारी के पांच वर्षीय बेटा नूर मोहम्मद को मृत घोषित कर दिया गया था। हालांकि उसके बाद भी शव को घर तक ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं मुहैया करवाई गई। जिसके बाद मां अपने बेटे का शव अपने कंधे पर रखकर घर के लिए चल पडी। 

🔴 सीएमओ ने स्वास्थ्यकर्मियों को किया निर्देशित

 घटना का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग के आला अफसरो की कुंभकर्णी निद्रा टूटी। इसके बाद मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुरेश पटारिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। अस्पताल के निरीक्षण के बाद उन्होंने डॉ. विजय सोनी से मृत बच्चे को एंबुलेंस न मिलने के प्रकरण की जानकारी की। मामले को लेकर स्वास्थ्य अधीक्षक डॉ. एके गुप्ता ने बताया कि शव वाहन सीएचसी में उपलब्ध नहीं है इसी के चलते यह सुविधा महिला को नहीं दी जा सकी। मामले को लेकर सीएमओ डॉ. सुरेश पटारिया ने कहा कि भले ही शव वाहन वहां मौजूद नहीं था लेकिन स्वास्थ्य कर्मियों को महिला की मदद के लिए आगे आना चाहिए था। दोबारा इस तरह की गलती न हो इसके लिए सीएमओ ने सभी को निर्देशित कर अपने दायित्वों का इतिश्री कर दिया।

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