🔴 संजय चाणक्य
कुशीनगर। योगी सरकार के मंत्री मंडल गठन में जिले के हिस्से मायूसी आयी है। इसको लेकर जनपदवासियों को काफी मलाल है। कहना न होगा कि कुशीनगर जनपद के सभी सात विधापनसभा सीटों से भाजपा व भाजपा गठबंधन के प्रत्याशी भारी मतो के अंतर से जीते हैं। बावजूद इसके एक भी मंत्री पद जिले को नसीब नही हुआ । इसको लेकर जनता मे खुसुर-फुसुर शुरू हो गया है।
काबिलेगोर है कि वर्ष 2017 की योगी सरकार में पडरौना से विधायक रहे स्वामी प्रसाद मौर्य को काबीना मंत्री बनाया था। मौर्य ने योगी सरकार मे अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद भाजपा छोडकर सपा का दामन थाम लिया है और वह सपा के टिकट पर ही फाजिलनगर से चुनाव हार गए हैं। बता दे कि जिले के खड्डा, पडरौना, रामकोला, तमकुहीराज, हाटा, फाजिलनगर, व कुशीनगर विधानसभा सीटों से यहां की जनता ने भारी मतों के अंतर से भाजपा प्रत्याशियों के सिर पर जीत का सेहरा बाधकर विधानसभा भेजा है। पडरौना से मनीष जायसवाल 114496 रामकोला सुरक्षित से विनय प्रकाश गोंड 124792 खड्डा से भाजपा के जिला महामंत्री विवेकानंद पांडेय 88291 तथा हाटा से मोहन वर्मा 120666 वोट पाकर विधायक बने हैं जबकि फाजिलनगर से भाजपा प्रत्याशी सुरेन्द्र सिंह कुशवाहा116029 पाकर कद्दावर नेता कहे जाने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य 45014 मतो को हराया। इसके अलावा तमकुहीराज से भाजपा गठबंधन के डा0 असीम कुमार ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष व सीटिंग विधायक रहेअजय लल्लू को 81626 मतो से हराकर लल्लू के हैट्रिक पर विराम लगाया है। इन दोनों के अलावा कुशीनगर से विधायक व भाजपा संगठन में कई दायित्व निभा चुके पीएन पाठक पर भी लोगों की निगाहें थी। जनपदवासी यह मानकर चल रहे थे कि कुशीनगर की जनता-जनार्दन भाजपा की झोली में सभी सीटें डाल दी हैं, लिहाजा यहां से कोई न कोई विधायक लालबत्ती की गाड़ी पर जरूर सवार होगा। किन्तु अफसोस किसी को लालबत्ती नहीं मिलने से यहा की जनता का मायूसी होना पडा है।
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