🔴 देशभर में चल रहे दो सौ एफएम चैनल
🔴 युगान्धर टाइम्स न्यूज व्यूरो
कुशीनगर। आल इंडिया रेडियो के महा निदेशक एन बेणुधर रेड्डी ने कहा कि इस दौरान मीडिया से बात करते हुए महानिदेशक ने कहा कि आने वाले समय में सुल्तानपुर, रामपुर, महराजगंज कुशीनगर में एफएम ट्रांसमीटर की स्थापना की जायेगी , अगले दो साल में प्रदेश के सभी क्षेत्रों में एफएम की सुविधा उपलब्ध होगी। हम चाहते है कि आदमी मोबाइल पर आकाशवाणी को सुन सके। लोगों तक तत्काल समाचार पहुचाने के लिए आकाशवाणी का ट्विटर हैंडल है जिसको 25 लाख लोग फॉलो करते हैं। जहां तुरंत खबर मिल जाती है।
आल इंडिया रेडियो का महिनिदेशक श्री रेड्डी गोरखपुर मे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर द्वारा लखीमपुर, बहराइच और इटावा में एफएम रिले के वर्चुअल उद्घाटन के अवसर पर आए थे इस दौरान वह बुद्ध की धरती कुशीनगर पहुंचे और महात्मा बुद्ध के परिनिर्वाण स्थलीय के दर्शन किया। उन्होंने कहा कि आकाशवाणी समय के साथ अपने को अपडेट कर रही है युवाओं बुजुर्गों व बच्चों को जोड़ने के लिए भी मुहिम चला रही है और समाचार के साथ-साथ मनोरंजन के भी चैनल शुरू कर रही है आकाशवाणी पूरे देश में एफएम का जाल बिछा रही है जिसकी शुरुआत गोरखपुर से हो चुकी हैं जहाँ एफएम चैनल की शुरुआत की गयी है। उन्होंने कहा कुशीनगर में भी एफएम चैनल चलाए जाने की योजना है। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए महानिदेशक ने बताया कि लोकार्पित हुए चारों प्रोजेक्ट पर 25 करोड़ रुपये का खर्च आया है। इटावा, लखीमपुर व बहराइच में लगे 10-10 किलोवाट के एफएम ट्रांसमीटर से एक करोड़ से अधिक की आबादी लाभान्वित होगी। साथ ही अर्थ स्टेशन गोरखपुर से लखनऊ व दिल्ली के केंद्र सीधे जुड़ जाएंगे।उन्होंने कहा की आकाशवाणी अब पुरानी आकाशवाणी नहीं बल्कि उसे आकाशवाणी प्लस के रूप में जाना जाए क्योंकि अब इसे सोशल मीडिया के साथ इंटरनेट पर भी सुना जा सकता है। युवाओं को जोड़ने की मुहिम भी शुरू हो चुकी है इसके लिए बीते 28 नवंबर से हमारा कार्यक्रम भी शुरू हो गया है कार्यक्रम का नाम है हैस टैग एयर नेक्स्ट। जिसके तहत एक हजार कालेज के करीब 20 हजार छात्रों को 52 सप्ताह में जोड़ा जाएगा। युवा देश की संस्कृति को भी जाने इसके लिये यह कार्यक्रम शुरू किया गया है।
आकाशवाणी के महानिदेशक शनिवार को सुबह पहले गोरखनाथ मंदिर जहां दर्शन के बाद कुशीनगर पहुंचे और महात्मा बुद्ध के परिनिर्वाण स्थल पर सबसे पहले बौद्ध संग्रहालय पहुंचे वहां पुरातत्व विभाग द्वारा इकट्ठा की गई उस समय की मूर्तियों, ईट, के साथ कला कृतियों को देखा और प्रभावित हुए। वह बुद्ध व कुशीनगर के इतिहास के बारे जानकर आश्चर्य चकित भी हुए। फिर परिनिर्वाण स्थल पहुंचे जहां महात्मा बुद्ध का मुख्य मंदिर है। वहां बौद्ध गुरुओं द्वारा उनका सम्मान किया गया और बुद्ध के इतिहास से परिचय कराया।
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