युगान्धर टाइम्स व्यूरो कुशीनगर। जनपद के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के सरपतही गांव के 33 वर्षीय सेना के जवान दीपेंद्र दुबे का शव जैसे ही उनके पैतृक गांव पहुंचा गांव में मातम छा गया। । शव आते ही घर में कोहराम मच गया। स्वजन ताबूत से लिपट बिलख-बिलख कर रोने लगे। गुरुवार को उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ हनुमानगंज थाना क्षेत्र के पनियहवा नारायणी नदी के किनारे किया गया। इस मौके पर उपजिलाधिकारी की मौजूदगी में पुलिसकर्मियों ने सलामी देकर अंतिम विदाई दी शहीद जवान को मुखाग्नि उनके बड़े भाई ने दिया।
गौरतलब है कि सरपताही गांव के निवासी बृजभान दुबे के छोटे पुत्र दीवेंद्र वर्ष 2009 में इंडियन रिजर्व बटालियन में कांस्टेबल पद पर भर्ती हुए थे। वर्तमान में वे अरुणांचल प्रदेश के इटानगर में तैनात थे। दीवेंद्र के बड़े भाई प्रवीण दूबे ने बताया कि दो दिन पूर्व दीवेंद्र की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें अधिकारियों ने अस्पताल में भर्ती कराया था। सोमवार की देर शाम परिजनों को अचानक उनकी मौत की खबर मिली थी। मौत की खबर सुनते ही पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई मृतक की पत्नी का रो रो कर बुरा हाल है अभी तक वह सदमे से उबर नहीं सकी है उनकी दो बेटियां हैं क्रमशः पांच वर्ष व तीन वर्ष की है। इस मौके पर सांसद विजय कुमार दुबे, उप जिला अधिकारी खड्डा अरविंद कुमार, थाना अध्यक्ष खड्डा धनवीर सिंह, थानाध्यक्ष हनुमानगंज पंकज गुप्ता सहित सरपता ही गांव निवासी एवं गणमान्य लोग मौजूद रहे।
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