🔴 युगान्धर न्यूज व्यूरो
कुशीनगर। दंगल गर्ल के नाम से मशहूर कुशीनगर जिले की बेटी नंदिता तिवारी का फ्री स्टाइल रेसलिंग के लिए " खेलो इंडिया यूथ गेम्स" में चयन हुआ है। नंदिता के इस उपलब्धि से उसके गांव मे ही नही वरन पूरे जिले में खुशी का माहौल है।कहना न होगा कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों पर सरकार द्वारा प्रतिवर्ष 5 लाख रुपये खर्च किया जाता है।
🔴 पिता से सिखा कुश्ती के कुछ दांव
काबिलेगोर है कि जनपद के पकड़ीहार पूरब पट्टी गांव के निवासी प्रेम तिवारी की 6 बेटियां हैं। उनमें से तीसरे नंबर की बेटी नंदिता का बचपन से ही खेल में रुची था. वह शुरू से ही कुश्ती में हाथ अजमाना चाहती थी। पिता प्रेम तिवारी अपनी बेटी की मेहनत और लगन को देख खुद को रोक नहीं पाए और नंदिता को देसी स्टाइल में ही कुश्ती की बारीकियां सिखाने लगें।
🔴 राज्य स्तर पर जीत चुकी है गोल्डअखाड़े में उतरकर देसी अंदाज में कुश्ती लड़ने वाली नंदिता अपने मेहनत के दम पर कुशीनगर चैम्पियन भी बनीं। इस दौरान नंदिता की कुश्ती लड़कों से भी कराई गई, जिसमें उसने कई लड़कों को भी पटखनी देकर खुद को बेहतर साबित किया। वहीं खेल निदेशालय की ओर से हुई कुश्ती में उसे सिल्वर मेडल भी मिला। उत्तर प्रदेश रेसलिंग चैंपियनशिप में जब नंदिता को गोल्ड मिला तो उसकी हिम्मत के साथ जीत की ललक बढ़ती गई। यहां बताना जरूरी है कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स में फ्री स्टाइल रेसलिंग के लिए नंदिता का चयन किया गया है. इसमें अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों पर प्रतिवर्ष 5 लाख रुपये की धनराशि सरकार की ओर खर्च की जाती है ताकि युवा खिलाड़ियों को विश्व स्तर के खिलाड़ी के तौर पर तैयार किया जा सके।
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