🔴 युगान्धर टाइम्स न्यूज नेटवर्क
कुशीनगर। पत्रकार समाज का सबसे सजग और जागरूक प्रहरी होता है। विसंगतियों और कुरीतियों के साथ असामाजिक तत्वों से जूझता रहता है। किसी पत्रकार का असमय निधन मीडिया जगत के साथ-साथ समाज की भी बड़ी क्षति है। यह बात रविवार को नगर के एक होटल मे आयोजित शोकसभा मे दिवंगत पत्रकार रामायण यादव को श्रद्धांजलि देते हुए कही।
कहना न होगा कि बीते दिनों दिल का दौरा पडने से असमय हुई पत्रकार रामायण यादव की मौत ने जिले के पत्रकारों सहित क्षेत्र के समाजसेवियों, नेताओं व आमजनों को झकझोर कर रख दिया। आयोजित शोकसभा में जिले के पत्रकारों ने स्व0 रामायण के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके पूर्व आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश द्विवेदी ने कहा कि दिवंगत रामायण यादव का असम हमारेे बीच से जाना अत्यंत दुखदायी व पीीड़ादाय है इसकी क्षतिपूर्ति कभी नही हो सकती है। वे दिलेर व पत्रकारिता जगत के सच्चे सिपाही थे। उनके रिक्त स्थान को भरा नहीं जा सकता है। हम सभी पत्रकारों की संवेदनाए पीड़ित परिवार को है। वरिष्ठ पत्रकार महेश मिश्र ने कहा कि स्व0 रामायण लगभग दो दशकों से पत्रकारिता जगत में अपने कलम की छाप छोड़ने में कामयाब रहे है। वे हर वर्ग में लोकप्रिय थे। गरीबों, मजदूरों की आवाज बन कर समाचार पत्र में समाचार प्रकाशित करते थे। अंत में स्व.यादव के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। साथ ही दो मिनट का मौन रखकर उनके आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई। इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार संजय चाणक्य, ज्योति भान मिश्र ,पवन मिश्रा, सूर्य प्रकाश राय, आदित्य दीक्षित, दीपक मिश्रा, आदित्य श्रीवास्तव, राजकुमार भट्ट, राजन विश्वकर्मा, गुड्डू निषाद, अनूप यादव, अजीत कुमार भोलू, अनिल जायसवाल, धर्मेंद्र यादव, संदीप चौधरी, टीपू सुल्तान, केडी यादव, राकेश कुशवाहा, सुमंत दुबे, गयासुद्दीन अंसारी सुरेंद्र शर्मा, राजेश दुबे, सुनील तिवारी, शैलेन्द्र गुप्ता, राकेश श्रीवास्तव, उमर अंसारी, विनय उपाध्याय, अशोक मिश्र, खुर्शेद आलम आदि लोग मौजूद रहे।
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