🔴 युगान्धर टाइम्स न्यूज नेटवर्क
कुशीनगर। जनपद के फाजिलनगर कस्बे के सब्जी मंडी में रहने वाले एक मुसहर समुदाय के युवक की रविवार की रात मौत हो गई। परिजनो ने भूखमरी से हुई युवक की मौत का आरोप लगाते हुए सब्जी मंडी मार्ग को करीब आधे घंटे तक जाम कर दिया। सूचना पाकर मौके पर पहुचे एसओ पटहेरवा और राजस्व निरीक्षक के आश्वासन के बाद परिजन व ग्रामीण शांत हुए और शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए।
गौरतलब है कि फाजिलनगर कस्बे मे स्थित सब्जी मंडी निवासी 30 वर्षीय मुकेश मुसहर अपनी पत्नी रेखा व तीन माह के बच्चे के साथ काफी दिनो से यहा एक झोपड़ी में रहता था। वह कई वर्ष पहले सेवरही से फाजिलनगर अपने पिता के साथ आया था और यही परिवार के साथ बस गया। सरकार की सभी महत्वकांक्षी योजनाओं से वंचित मुकेश के माता-पिता भी सरकारी योजनाओं के लाभ पाने की आस मे वर्षो पूर्व दुनिया से चल बसे, किन्तु उन्हे भी सरकार के किसी योजना का लाभ नसीब नही हुआ।
🔴 मजदूरी करके परिवार का भरता था पेट
ऐसी चर्चा है कि मुसहर मुकेश सब्जी मंडी में ही मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। बताया जाता है कि घर की माली हालत ठीक नही होने के कारण मुकेश के परिवार की स्थिति रोज कमाओ, रोज खाओ की स्थिति थी।कहा जाता है कि जिस दिन मुकेश को मजदूरी नही मिलती थी उस दिन घर का चुल्हा ठंडा रहता था और पेट की आग पानी पीकर बुझानी पडती थी। कहा यह भी जाता है कि मुकेश दो माह से बीमारी से जूझ रहा था। दाने-दाने को मोहताज पैसे के आभाव मे न तो अपना इलाज करा पा रहा था और न ही अपना व अपने परिवार का पेट भर पा रहा था। नतीजतन रविवार की रात उसकी मौत हो गई।
🔴 शव को रखकर किया प्रदर्शन
मुकेश की मौत के बाद उसकी पत्नी और वहां रहने वाले मुसहर व अन्य गरीब परिवार के लोगो ने शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार करते हुए सब्जी मंडी मार्ग पर पहुंच प्रदर्शन करने लगे और सड़क को जाम कर दिया। घटना की जानकारी मिलने पर राजस्व निरीक्षक नंदलाल पाठक व एसओ पटहेरवा अतुल्य कुमार पाडेय मौके पर पहुंचे और परिजनों को आश्वस्त किया कि शासन द्वारा सहायता दिलायी जाएगी। ग्राम प्रधान व एसओ ने मुकेश के परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए 11 हजार रूपए की आर्थिक सहायता दी। इसके बाद परिजनो ने अंतिम संस्कार के लिए शव ले गए।
🔴 न जमीन का ठिकाना न राशनकार्ड का पताविचारणीय है कि मृतक मुकेश मुसहर के पास राशन कार्ड भी नहीं था। वह जिस जमीन पर झोपड़ी बनाकर रहता था, उसे जिला पंचायत और ग्राम पंचायत अपना बताते थे। एक बार मुकेश सहित वहां बसे गरीब परिवारों को हटाने की कोशिश हुई थी। बीमारी के वजह से मुकेश मजदूरी नहीं कर पा रहा था। इस कारण घर में भुखमरी की स्थिति पैदा हो गयी। मुकेश की पत्नी ने बताया कि उसका राशन कार्ड भी नहीं बना है। इस कारण आज तक कोटे से राशन नहीं मिला।
🔴 कुंभकर्णी निद्रा से जगा प्रशासन
मुकेश की मौत ने प्रशासन को कुंभकर्णी निद्रा से जगा दिया है। अब तक उसका राशन कार्ड क्यो नही बना इसके लिए जिम्मेदार कौन है डीएम ने इसकी जांच का आदेश दिया है।अपर जिलाधिकारी विंध्यवासिनी राय का कहना है कि ग्रामीणों ने खुद स्वीकार किया है कि मुकेश को पीलिया हुआ था। बीमारी से ही मौत हुई है। राशन कार्ड नहीं बनने के लिए कौन जिम्मेदार है, इसका पता लगाकर कार्रवाई की जाएगी।
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