🔴 युगान्धर टाइम्स न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली। राष्ट्र के संबोधित करने से पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले देशवासियों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मैं भारत की जनता का नमन करता हूं जिन्होने संकट के इस घड़ी में देश को पहले रखा और अपना दर्द भूलाकर देश के साथ खडे है। पीएम मोदी ने इस दौरान बाबा साहेब अंबेडकर को भी याद करते हुए कहा कि देशवासियों ने आज बाबा साहेब सच्ची श्रद्धांजलि दी है। लाँक डाउन के वजह से भारत अब तक कोरोना के नुकसान को टालने मे सफल रहा।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत कोरोना के खिलाफ आगे और लडाई कैसे लडे इसे लेकर राज्यों के साथ निरंतर चर्चा हुई। उसमे हर किसी की ओर से यही सुझाव आया कि लाँक डाउन को आगे तक बढाया जाए। सारे सुझावों को ध्यान मे रखते हुए यह तय किया गया है कित् 3 मई चक लाँक डाउन को बढाया जा रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि ये योहारों का समय है लेकिन हमें अभी सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अन्य देशों की तुलना में भारत ने पहले ही कोरोना के संक्रमण को रोकने का अभियान तेज कर दिया था। उन्होंने कहा कि पहले ही भारत के एयरपोर्ट में स्क्रीनिंग शुरू कर दी थी। पीएम मोदी ने कहा कि जब हमारे यहां 550 केस थे तभी हमने 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा कर दी थी। हमने समस्या बढ़ने का इंतजार नहीं किया और उसी समय फैसले लेकर इसे रोकने का प्रयास किया।
🔴 अन्य देशों की तुलना में भारत बेहत स्थिति में
पीएम मोदी ने कहा यह ऐसा संकट है कि इसकी तुलना किसी देश से नहीं की जा सकती है. उन्होंने कहा कि दुनिया के बड़े बड़े देशों को देखें तो भारत काफी अच्छी स्थिति में है. उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले तक कुछ देशों में कोरोना मरीज उतने ही थे जितने भारत में थे लेकिन वहां हालात बदल गए और मरीजों की संख्या बढ़ गई लेकिन भारत में ऐसा नहीं हुआ।
🔴 समय रहते लिए गये कड़े फैसले लिए
उन्होंने कहा कि भारत ने समय पर फैसले लिए जिसके कारण कोरोना का संक्रमण ज्यादा नहीं बढ़ा. पीएम मोदी ने एक बार फिर सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन का नाम लेते हुए कहा कि इससे निसंदेह भारत को नुकसान हुआ है लेकिन देशवासियों की जिंदगी के आगे ये नुकसान कुछ नहीं है।
🔴 इस संकट की घड़ी में राज्यों ने दिया पूरा साथ
उन्होंने राज्यों का भी आभार व्यक्त करते हुए कहा कि राज्यों ने भी पूरा सहयोग दिया है और हालात को संभालने में बड़ी भूमिका निभाई है. पीएम मोदी ने कोरोना वायरस पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना ने चिकित्सकों को भी हैरान कर दिया है. सरकार भी परेशान हो गई है. उन्होंने कहा कि हमने सभी राज्यों से इस संबंध में बात की है तो सभी लोग कहते हैं कि लॉकडाउन को बढ़ाया जाए. पीएम मोदी ने कहा, सभी सुझावों को ध्यान में रखने हुए 3 मई तक लॉकडाउन बढ़ाया जा रहा है।
🔵आगे भी करना होगा लाँक डाउन पूरा पालन
पीएम मोदी ने कहा इस दौरान हमें लॉकडाउन का उसी तरह से पालन करना होगा जैसा हम सब अभी तक करते आए हैं. पीएम मोदी ने कहा अब हमें कोरोना को नए सेक्टर में फैलने नहीं देना है. उन्होंने कहा अगर एक भी मरीज बढ़ता है तो इससे हमारी चिंता बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि हमें और भी ज्यादा सतर्कता रखनी होगी और हॉटस्पॉट पर विशेष नजर रखनी होगी।
🔴 नए हॉटस्पॉट को बनने से रोकना हमारी जिम्मेदारी
पीएम मोदी ने कहा नए हॉटस्पॉट बनने से रोकना है. उन्होंने कहा कि अगले एक हफ्ते में लॉकडाउन और सख्त किया जाएगा. पीएम मोदी ने कहा कि अब हर क्षेत्र का मूल्यांकन किया जाएगा.पीएम मोदी ने कहा कि 20 अप्रैल तक जिन इलाकों में संक्रमण के मरीज न के बराबर होंगे, वहां पर कुछ छूट दी जाएगी. उन्होंने कहा कि घर से बाहर निकलने के लिए कुछ शर्तों के साथ लॉकडाउन में छूट दी जा सकती है लेकिन अगर कोई गड़बड़ी हुई तो उसे तुरंत वापस ले लिया जाएगा.
🔴 हमारी जिम्मेदारी है गरीबो की मदद करना
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ क्षेत्रों में छूट दी जाएगी. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के माध्यम से हमने गरीबों के हितों का ध्यान रखा है. पीएम मोदी ने कहा कि इस समय रवी की फसल काटने का काम चल रहा है. हमारी कोशिश है कि किसानों को कोई दिक्कत न हो.
🔴मांगे सात वचन...जहां रहें, वहीं रहें, सुखी रहें
प्रधानमंत्री ने लोगों से सात वचन लिए। उन्होंने लोगों से कहा कि वह अपने घरों, आसपास के बुजुर्गों का ख्याल रखें। सोशल डिस्टेंसिंग का लॉकडाउन के दौरान कड़ाई से अनुशासन के साथ पालन करें, साथ ही लोगों से भी कराएं।अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने सप्तपदी की बात कही और सात मंत्र दिए। उन्होंने संस्कृत के एक श्लोक 'वयं राष्ट्रे जागृयाम' को भी उद्धृत किया, जिसका अर्थ है- हम सभी राष्ट्र को जीवंत और जागृत बनाए रखेंगे। उन्होंने देशवासियों को सात मंत्र भी दिए। जो इस प्रकार हैं।
आयुष मंत्रालय की तरफ से इम्यूनिटी बढ़ाने के सुझाव जैसे गरम पानी पीना आदि का पालन करें। आरोग्य सेतु एप को डाउनलोड करें। और बाकी लोगों को भी कराएं।
प्रधानमंत्री ने इसे 'सप्तपदी' की तरह बताया।
▶पहली बात- अपने घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
▶दूसरी बात- लॉकडाउन और सुरक्षित दूरी (Social Distancing) की लक्ष्मण रेखा का पूरी तरह पालन करें।
▶तीसरी बात- अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए, आयुष मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें।
▶चौथी बात- कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने में मदद करने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल ऐप डाउनलोड करें।
▶पांचवी बात- जितना हो सके उतने गरीब परिवार की देखरेख करें, उनके भोजन की आवश्यकता पूरी करें।
▶छठी बात- आप अपने व्यवसाय में साथ काम करने वाले लोगों को नौकरी से न निकालें।
▶सातवीं बात- देश के कोरोना योद्धाओं, हमारे डॉक्टर- नर्सेस, सफाई कर्मी, पुलिसकर्मी इन सभी का पूरा सम्मान करें।
🔴 कुछ जरूरी गतिविधियों की अनुमति
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि लॉकडाउन के नियम अगर टूटटे हैं और कोरोना का पैर हमारे इलाके में पड़ता है तो सारी अनुमति वापस ले ली जाएगी। इसलिए न खुद लापरवाही करनी है और न दूसरों को लापरवाही करने देनी है। उन्होंने कहा कि जो क्षेत्र इस अग्निपरीक्षा में सफल होंगे, जो हॉटस्पॉट में नहीं होंगे, और जिनके हॉटस्पॉट में बदलने की आशंका भी कम होगी, वहां पर 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों की अनुमति दी जा सकती है।
🔴 नियम और कडे होगे
प्रधानमंत्री ने इस बात का भी जिक्र किया कि आने वाले हफ्ते और कठिन हो सकते हैं। उन्होंने कहा, 'अगले एक सप्ताह में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कठोरता और ज्यादा बढ़ाई जाएगी। 20 अप्रैल तक हर कस्बे, हर थाने, हर जिले, हर राज्य को परखा जाएगा, वहां लॉकडाउन का कितना पालन हो रहा है, उस क्षेत्र ने कोरोना से खुद को कितना बचाया है, ये देखा जाएगा।'
🔴भारतवासियों की जिंदगी से बढ़कर कुछ नहीं
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना जिस तरह फैल रहा है, उसने विश्वभर के हेल्थ एक्सपर्ट्स और सरकारों को और ज्यादा सतर्क कर दिया है। उन्होंने कहा कि आर्थिक दृष्टि से देखें तो अभी ये मंहगा जरूर लगता है लेकिन भारतवासियों की जिंदगी के आगे इसकी कोई तुलना नहीं हो सकती। सीमित संसाधनों के बीच, भारत जिस मार्ग पर चला है, उस मार्ग की चर्चा आज दुनियाभर में हो रही है।
🔴 भारत ने उठाया कदम
सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा जब हमारे यहां कोरोना वायरस के सिर्फ 550 केस थे, तभी भारत ने 21 दिन के संपूर्ण लॉकडाउन का एक बड़ा कदम उठा लिया था। भारत ने समस्या बढ़ने का इंतजार नहीं किया, बल्कि जैसे ही समस्या दिखी, उसे तेजी से फैसले लेकर उसी समय रोकने का प्रयास किया जिससे भारत आज बहुत संभली हुई स्थिति में है।
उन्होंने राज्यों का भी आभार व्यक्त करते हुए कहा कि राज्यों ने भी पूरा सहयोग दिया है और हालात को संभालने में बड़ी भूमिका निभाई है. पीएम मोदी ने कोरोना वायरस पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना ने चिकित्सकों को भी हैरान कर दिया है. सरकार भी परेशान हो गई है. उन्होंने कहा कि हमने सभी राज्यों से इस संबंध में बात की है तो सभी लोग कहते हैं कि लॉकडाउन को बढ़ाया जाए. पीएम मोदी ने कहा, सभी सुझावों को ध्यान में रखने हुए 3 मई तक लॉकडाउन बढ़ाया जा रहा है।
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