उल्लास के साथ मनाया गया दीपो का पर्व दीपोत्सव - Yugandhar Times

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Monday, November 16, 2020

उल्लास के साथ मनाया गया दीपो का पर्व दीपोत्सव

🔴 घर घर जले दीये, जगमग हुआ जनपद

🔴 युगान्धर टाइम्स नेटवर्क

 कुशीनगर। अंधेरे पर उजाले की विजय का त्यौहार दीपावली  शहर समेत पूरे जिले में श्रद्धा एवं उल्लास के साथ मनाया गया। लोगों ने घरों व प्रतिष्ठानों पर विधि-विधान से गणेश-लक्ष्मी का पूजन किया। इसके उपरांत तमाम लोगों ने मंदिरों पर पहुंचकर पूजा-अर्चना की। मिट्टी के दीये, मोमबत्ती एवं बिजली की झालरें रोशन कीं। पूरी रात शहर रोशनी से जगमगाता रहा। शनिवार को दिन में तो लोग खरीददारी में व्यस्त रहे लेकिन शाम ढलते ही बाजार में सन्नाटा छाने लगा। लोगों ने अपने घरों, प्रतिष्ठानों पर गणेश-लक्ष्मी का पूजन करके सुख-समृद्धि की कामना की। घरों में विभिन्न तरह की रंगोली सजाने के साथ ही पंक्तिबद्ध ढंग से दीप रोशन किए गए। दीपावली पर घरों को दुल्हन की तरह सजाया गया। मंगलवार को देर रात तक आसमान पर रंग बिरंगी रोशनी की छटा बिखरती रही। घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में गणेश लक्ष्मी की विधि विधान से पूजा कर धन, वैभव की कामना की गयी।दीपावली पर देर रात तक बाजार गुलजार रहे। दीपावली की तैयारी में जुटे लोग बाजार में लोग त्योहार मनाने के लिए खरीददारी करते रहे। लोगों में घरों को सजाने की मानो होड़ सी लगी हुई थी। गणेश लक्ष्मी की मूर्ति व कलेण्डर की खूब मांग रही। वंदनवार, रंग बिरंगी आकर्षक झालर खरीदने के लिए दुकानों पर भीड़ रही। घरों को आकर्षक वंदनवार, फूलों और बिजली की आकर्षक झालरों से सजाया गया। घरों पर लगायी गयी बिजली की झालरें और अन्य आइटम की सजावट देखते ही बनती थी। घरों में गणेश लक्ष्मी का पूजन किया गया। व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर विधि विधान से गणेश लक्ष्मी की पूजा के साथ ही नये बहीखातों का पूजन किया गया।

🔴 दीपावली पर डेढ करोड़ के पटाखे हुए धुआं

प्रदूषण मुक्त दीपावली की मुहिम जिले में फेल हो गई। प्रकाश पर्व पर तकरीबन डेढ करोड़ से अधिक के पटाखे धुआं हो गए। शुक्रवार के साथ ही शनिवार को पटाखा की दुकानों पर बच्चों, युवाओं और बड़ों की भीड़ लगी रही। कोरोना काल का भी युवाओं पर असर नहीं दिखा। हर कोई पटाखा खरीदता दिखा। पडरौना नगर के जूनियर हाई स्कूल के मैदान में पटाखा की दुकानें सजी रहीं। वैसे तो धनतेरस से ही पटाखा बिकना शुरू हो गया था लेकिन शुक्रवार और शनिवार को सबसे अधिक पटाखो की खरीददारी की गई। जनपद मे वैसे तो सौ से ज्यादा अस्थायी लाइसेंस जारी किया गया था लेकिन हकीकत में पटाखा की  पाच सौ से अधिक दुकानें सजीं रहीं। जिले के पडरौना, कसया, हाटा तमकुहीराज, कप्तानगंज, खड्डा सहित अन्य बाजारों में बेधड़क दुकानों पर पटाखा बिका। पटाखा कारोबारी मोहम्मद रफीक का कहना है कि कोरोना का पटाखा कारोबार पर कोई असर नहीं पड़ा। बड़े दुकानदार दो से तीन दिन में 50 हजार से दो लाख का धंधा किए जबकि छोटे दुकानदार पांच से 25 हजार की दुकानदारी किए। उन्होंने अनुमान जताया कि दो दिनों में पटाखा का डेढ करोड़ से अधिक का कारोबार हुआ।



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